
गरियाबंद कलेक्टर का औचक निरीक्षण: स्कूलों की गुणवत्ता जांची, संकुल समन्वयक को नोटिस
कलेक्टर बीएस उइके ने गरियाबंद जिले के स्कूलों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। स्कूलों में पाठ्यपुस्तक वितरण में लापरवाही पर संकुल समन्वयक को नोटिस जारी किया गया। स्वास्थ्य केंद्रों में साफ-सफाई और बेहतर उपचार के निर्देश दिए गए।
गरियाबंद कलेक्टर का औचक निरीक्षण: स्कूलों की गुणवत्ता जांची, संकुल समन्वयक को नोटिस
गरियाबंद, 18 जुलाई 2025। कलेक्टर बी.एस. उइके ने आज गरियाबंद, छुरा और फिंगेश्वर विकासखण्ड के विभिन्न शासकीय स्कूलों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यार्थियों की उपस्थिति और स्कूलों में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान शासकीय हाईस्कूल मालगांव में पाठ्यपुस्तक वितरण में लापरवाही पाए जाने पर संकुल समन्वयक उमेश निर्मलकर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही संस्था प्रमुख को दो दिन के भीतर सभी विद्यार्थियों को पुस्तक वितरण सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।
शासकीय नवीन माध्यमिक शाला बारूका में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और शिक्षकों को ऐसे छात्रों के घर जाकर अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को स्कूल भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बच्चों की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा स्वीकार्य नहीं है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर उइके ने छात्रों से सीधा संवाद करते हुए शिक्षा को लेकर उनकी समझ, होमवर्क की स्थिति और कठिन विषयों के प्रति उनकी जिज्ञासा की जानकारी ली। उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित अभ्यास, आत्मनिर्भर अध्ययन और शिक्षकों से खुले मन से प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित किया।
इसके अतिरिक्त, कलेक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाण्डुका का भी निरीक्षण किया और उपस्थितियों, ओपीडी, दवाओं की उपलब्धता और साफ-सफाई की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए कि मरीजों का इलाज समय पर और संवेदनशीलता के साथ हो।
उन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला पाण्डुका में चल रहे मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण कर ठेकेदार को कार्य को तय समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर नवीन भगत, एसडीएम विशाल महाराणा और शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।