
नई दिल्ली/भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जायसवाल ने कहा कि देशभर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक स्थितियां उन लोगों को बुरी तरह प्रभावित करेंगी, जो इस महामारी से तो शायद बच जाएंगे, लेकिन रोज़मर्रा की आवश्यक ज़रूरतों का पूरा न होना उनके लिए अलग मुश्किलें खड़ी करेगा। केंद्र सरकार ने अभी तक इस बात की कोई घोषणा नहीं की है कि भारत में फैले कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन के कारण पहले से ही सामना कर रहे आर्थिक आपातकाल से निपटने की उसकी क्या योजना है।
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामीनाथ जयसवाल जी ने कहा कि एक बार फिर से कोरोना के मामलों में बढ़त दर्ज की है तो इस समय हमारे देश के प्रधानमंत्री जी का कोई स्पष्ट जवाब नहीं आ रहा है और इसके प्रति तथा इस संकट की घड़ी में हमारी केंद्र सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है ऐसे में जिन राज्यों में ऑक्सीजन की कमी आ रही है तथा जहां पर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं पहुंच रही है वहां पर भी हमारी केंद्र सरकार कोई मदद नहीं कर रही है और ना ही अभी तक इसको रंगीला जंग लड़ने को तैयार हुई है ऐसे में हमारे देश का क्या होगा? देश में पिछले कुछ दिनों से बहुत तेजी के साथ बढ़ते संक्रमण के कारण अब संक्रमित देशों की श्रेणी में आगे बढ़ रहा है, आम लोग संक्रमण से त्रस्त हैं, वही भयंकर आपदा के समय में भी देश के कुछ राजनेता राजनीति करने में मस्त हैं। तथा जायसवाल ने कहा की इस समय हमारे देश के सभी जाब़ाज कोरोना वारियर्स अपनी जान को जोखिम में डालकर घातक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जान बचाने में व्यस्त हैं। वो कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास पूर्ण मेहनत के साथ दिल से कर रहे हैं, लेकिन फिर भी वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेकर रोजाना कुछ लोगों को असमय काल का ग्रास बना रहा है। हमारे जाब़ाज डॉक्टर व अन्य स्टाफ मरीजों के साथ वायरस के इर्द-गिर्द रहकर लगातार लोगों के जीवन बचाने की तैयारी में युद्ध स्तर पर जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी पहलू देखें तो कुछ समय पहले देश की जनता को इस घातक कोरोना वायरस से बचाने के लिए दिन रात लगे हुए है ताकि हमारा देश सुरक्षित रहे।