
शहीद मजदूरों के लहू से संगठन का झंडा हुआ है लाल -अजय विश्वकर्मा
गोपाल सिंह विद्रोही/ विश्रामपुर – विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर में आज एटक यूनियन के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए मोटर साईकल रैली निकालीl
स्थानीय एटक कार्यालय में एटक केंद्री अध्यक्ष कामरेड अजय विश्वकर्मा के द्वारा लाल झंडा फहराया गया तथा शिकागो के शहीदों को याद करते हुए शहीद बेदी में पुष्प अर्पित किया गया l
इसअवसर पर कामरेड अजय विश्वकर्मा के द्वारा सभी को सम्बोधित करते हुए कहा की 1886 में आठ घंटा काम का, आठ घंटा आराम और आठ घंटा मनोरंजक की मांग को लेकर किया जा रहे आंदोलन में मिल मालिकों ने हजारो प्रदर्शनकारियों को गोलियों से भूनवा दिया था जिनके खून से झंडे का रंग लाल हो गया लेकिन आंदोलन कमजोर नहीं हुआ! 1920 में एटक यूनियन की स्थापना हुयी जिसके नेतृत्वा में संघर्ष जारी रहा धीरे धीरे मजदूरों के हक़ में कानून बने..कामरेड विश्वकर्मा ने बताया की आजादी के पहले मजदूरों ने कानून बनाने के लिए संघर्ष किया और अब कानून बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है वर्तमान सरकार एक एक करके सारे सरकारी संस्थानों को निजी हांथो में सौप रही है, करोडो युवा बेरोजगार है, छटनी हो रही है, छोटे उद्योग बंद हो रहे है, मालिकों के समर्थन में कानून बनाये जा रहे है! साथियों को आगाह किया कि आने वाला समय कठिन परिस्थितियों वाला होगा और हमें हर लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा, कार्यक्रम को पंकज गर्ग, फिरोज खान, विनोद सिंह, के के सिंह, रामइकबाल सिंह ने भी सम्बोधित किया ! कार्यक्रम में चन्दन पाठक, राजेश सिंह, राजेश त्रिपाठी, जयप्रकाश, सी के सिंह, दीप सिंह, मुरली, ओमप्रकाश, विपिन नायडू, नंद किशोर चौबे, रामचंद्र, सहित सैकड़ो कार्यकर्त्ता उपस्थित थे, अंत में मिष्ठान वितरण के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ












