
महिला कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में बड़ा प्रदर्शन किया, अमित शाह की टिप्पणी पर माफी की मांगी
भोपाल // केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में भारत रत्न डॉ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बारे में दिए गए बयान पर विरोध प्रकट किया है। उनके बयान को लेकर कांग्रेस ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
जिला कांग्रेस कमेटी ने गुरुवार को भोपाल में बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अंबेडकर प्रतिमा के सामने मौन प्रदर्शन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, विधायक आरिफ मसूद, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना, प्रदेश अध्यक्ष जोगी, झोपड़ी प्रकोष्ठ अध्यक्ष और अन्य शामिल थे।
दरअसल, बुधवार को संसद में “भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा” पर चर्चा हो रही थी, तब गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. बीआर अंबेडकर की विरासत पर कुछ बयान दिए थे। उन्होंने कहा था कि “आजकल अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर… अगर लोग भगवान का नाम लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।” शाह के इस बयान ने विपक्षी दलों और खासकर कांग्रेस को आहत किया।
अमित शाह के इस बयान के बाद कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने तीखा विरोध जताया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अमित शाह का इस्तीफा लेने की मांग की। हालांकि, अमित शाह ने इस विवाद पर सफाई दी और कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया था।
मध्य प्रदेश में अमित शाह के बयान के खिलाफ विरोध तेज हो गया। भोपाल में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अंबेडकर प्रतिमा के सामने इकट्ठा हुए और मौन प्रदर्शन किया। इसके साथ ही उन्होंने मुंह पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध व्यक्त किया। इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस संगठन प्रभारी राजीव सिंह, विधायक आरिफ मसूद, जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना सहित अन्य नेता शामिल हुए।
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस ने लिंक रोड नंबर एक पर विशाल प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने किया, और इसमें बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता शामिल हुईं। महिलाओं ने अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनसे देश से माफी मांगने की अपील की। इसके साथ ही, उन्होंने अमित शाह से केंद्रीय गृह मंत्री पद से इस्तीफा देने की भी मांग की।
प्रदर्शन के दौरान महिलाएं विधानसभा भवन की ओर बढ़ना चाहती थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। महिला कांग्रेस के इस आवाहन पर प्रदेशभर में सभी जिलों में महिला कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, ताकि अपनी नाराजगी व्यक्त की जा सके।
इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि बाबा साहेब का सम्मान न केवल हम, बल्कि पूरा देश करता है। वे हम सबके लिए आदरणीय और अनुकरणीय हैं, और उनका सम्मान देश और दुनिया में किया जाता है। उन्होंने कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के संविधान निर्माता और दलितों, पिछड़ों के मसीहा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
पटेल ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी लगातार संविधान के मूल्यों पर हमला कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के मन में बाबा साहेब के प्रति सम्मान नहीं है और न ही पार्टी संविधान का सम्मान करती है। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब ने हमें अपने जीवन को बेहतर बनाने का अधिकार दिया, लेकिन आज भाजपा और उसके नेता लगातार संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं।”
विभा पटेल ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने देश के दबे-कुचले, शोषित, वंचित, निर्धन वर्ग को अधिकार दिलाए। उन्होंने कहा कि इस टिप्पणी से न केवल महिला वर्ग, बल्कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लोग भी भावनात्मक रूप से आहत हुए हैं।