
क्वाड (Quad )हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए काम करने वाला प्रमुख समूह बनकर उभरा: पीएम मोदी
क्वाड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए काम करने वाला प्रमुख समूह बनकर उभरा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Quad को संबोधित करते हुए कहा है कि यह एक महत्वपूर्ण समूह बन गया है जो भारतीय उपमहाद्वीप में शांति और स्थिरता के लिए काम कर रहा है। Quad के सदस्यों की साझेदारी भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया हैं। अब हम Quad के लिए काम करने के पांच कारगर सुझाव देखेंगे जो इन्दो-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को सुनिश्चित करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
1. साथीता को मजबूत बनाना:
Quad के सदस्यों को एक साथी के रूप में काम करने के लिए मजबूत करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए हर सदस्य को अपने-अपने क्षेत्र में एक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उदाहरण के रूप में, भारत को प्रायोगिक तकनीकी ज्ञान और जलवायु परिवर्तन में अपने अनुभव को साझा करना चाहिए। इसके लिए Quad के सदस्यों को संयुक्त रूप से काम करने के लिए शुरूआत करनी चाहिए।
2. सामरिक समन्वय:
Quad की सफलता के लिए सामरिक समन्वय महत्वपूर्ण है। सदस्यों को शस्त्रीय सहयोग, संयुक्त अभ्यास और संयुक्त व्यवस्थापन के मामले में समन्वयित काम करना चाहिए। इसके लिए Quad के सदस्यों को सहायता के सेवाएं और संयुक्त अभ्यास की सीमा में ही समर्थ होना चाहिए।
3. प्रौद्योगिकी और नवाचार:
Quad के सदस्यों को प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में एक-दूसरे की सहायता प्रदान करनी चाहिए। इससे न केवल उन्हें स्वयं के विकास में मदद मिलेगी, बल्कि इन्हें क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए भी एक महत्वपूर्ण साधन मिलेगा।
4. संयुक्त अभियान:
Quad के सदस्यों को एक साथी के रूप में एक संयुक्त अभियान चलाना चाहिए। उन्हें समान उद्देश्यों की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है। उदाहरण के रूप में, वे संयुक्त रूप से अड़ती जासूसी और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर काम कर सकते हैं।
5. सुरक्षा और अपराध नियंत्रण:
Quad के सदस्यों को सुरक्षा और अपराध नियंत्रण क्षेत्र में सहयोग करना चाहिए। उन्हें आतंकवाद, साइबर युद्ध और अन्य सुरक्षा मुद्दों पर साझा स्थानिक विकास को प्रोत्साहित करना चाहिए।
इन पांच सुझावों के माध्यम से Quad के सदस्य भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया इन्दो-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता को मजबूत कर सकते हैं। इससे न केवल यह समूह अपनी भूमिका में मजबूत होगा, बल्कि यह एक सुरक्षित और सुरक्षित क्षेत्र का निर्माण भी कर सकेगा।