
Meesho IPO 2025: 6,600 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी, FY25 में 9,390 करोड़ राजस्व और 3,942 करोड़ घाटा
Meesho IPO दिसंबर 2025 में लॉन्च होने की तैयारी में है। कंपनी ने FY25 में 9,390 करोड़ रुपये का राजस्व और 30,000 करोड़ का NMV दर्ज किया, जबकि घाटा 3,942 करोड़ रुपये रहा। जानें लिस्टिंग प्लान, निवेशकों की हिस्सेदारी बिक्री और बाजार में मीशो की स्थिति।
मीशो का बड़ा आईपीओ प्लान: 9,390 करोड़ रुपये का राजस्व, दिसंबर 2025 में लिस्टिंग की तैयारी
नई दिल्ली।सोशल कॉमर्स से ई-कॉमर्स की दुनिया में सफलतापूर्वक कदम रखने वाली भारतीय कंपनी मीशो (Meesho) एक बड़े प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) की तैयारी में है। बेंगलुरु स्थित इस स्टार्टअप ने भारतीय शेयर बाजारों में दिसंबर 2025 तक लिस्ट होने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने अपने IPO के ज़रिए 5,800 से 6,600 करोड़ रुपये (700-800 मिलियन डॉलर) जुटाने की योजना बनाई है।
इस बड़े कदम से पहले, मीशो ने मार्च 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष (FY25) के चौंकाने वाले आंकड़े जारी किए हैं। कंपनी ने FY25 में 9,390 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व (Operational Revenue) दर्ज किया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष (FY24) की तुलना में 23% की मजबूत वृद्धि है।
बढ़ा घाटा, मगर ग्रोथ तेज़
मीशो को FY25 में 3,942 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा (Net Loss) हुआ है। यह घाटा वित्त वर्ष 2024 के मात्र 328 करोड़ रुपये के घाटे की तुलना में काफी अधिक है। कंपनी के सूत्रों के अनुसार, घाटे में यह वृद्धि मुख्य रूप से अमेरिका से भारत में कर निवास स्थान (Tax Residence) बदलने के लिए किए गए एकमुश्त टैक्स भुगतान के कारण हुई है।
घाटे के बावजूद, कंपनी की वृद्धि दर काफी तेज़ रही है:
- नेट मर्चेंडाइज वैल्यू (NMV): मीशो ने FY25 में 30,000 करोड़ रुपये का NMV दर्ज किया, जो साल-दर-साल 29% अधिक है।
- ऑर्डर ग्रोथ: कंपनी ने FY25 में 1.8 बिलियन ऑर्डर पूरे किए, जबकि FY24 में यह आंकड़ा 1.3 बिलियन था, जो 37% की वृद्धि दर्शाता है।
- जून 2025 को समाप्त तिमाही में कंपनी ने 561 मिलियन ऑर्डर हासिल किए, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 50% अधिक हैं।
मीशो IPO के मुख्य विवरण
मीशो ने अपने अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास दाखिल कर दिया है।
- जुटाने का लक्ष्य: ₹5,800 से ₹6,600 करोड़।
- प्राथमिक निर्गम: इसमें से 4,250 करोड़ रुपये (500 मिलियन डॉलर) का हिस्सा प्राथमिक निर्गम होगा, जिसका उपयोग कंपनी की ग्रोथ के लिए किया जाएगा।
प्रमुख निवेशकों की हिस्सेदारी बिक्री: आईपीओ में ‘ऑफर फॉर सेल’ (OFS) के तहत कंपनी के कई प्रमुख निवेशक अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे।
- सबसे बड़े विक्रेता: Elevation Capital, जिसके बाद Peak XV Partners और Venture Highway का स्थान है।
- संस्थापकों की हिस्सेदारी: संस्थापक विदित आत्रे और संजय बरनवाल भी अपनी कुछ हिस्सेदारी घटा रहे हैं।
- प्रमुख निवेशक: SoftBank (10%), Elevation Capital, Peak XV Partners, Prosus, WestBridge Capital, और Fidelity।
लिस्टिंग के बाद की योजना
मीशो लिस्टिंग के बाद लगभग 7,500 करोड़ रुपये (90 करोड़ डॉलर) नकद राशि जुटा लेगी। इस फंड का इस्तेमाल मुख्य रूप से सर्वर इन्फ्रास्ट्रक्चर विस्तार, कॉर्पोरेट क्षमताओं को मजबूत करने और ग्रोथ इंजन को तेज करने में किया जाएगा।
बाजार में मीशो की स्थिति
ब्रोकरेज फर्म CLSA के विश्लेषण के अनुसार, ऑर्डर की संख्या के मामले में मीशो ने ई-कॉमर्स दिग्गजों अमेज़न (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) के मामले में यह दोनों कंपनियों से अभी भी पीछे है।
कंपनी अब केवल परिधान (Apparel) पर निर्भर नहीं है। FY25 में, इसके लगभग 35% ऑर्डर परिधान कैटेगरी से थे, जो पहले 63% हुआ करते थे। अब यह फुटवियर, एक्सेसरीज़, किचन, होम डेकोर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में तेजी से विस्तार कर रही है, और खुद को चीन की Pinduoduo और Temu जैसी लो-प्राइस वैल्यू ई-कॉमर्स कंपनियों के बराबर स्थापित कर रही है।