
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट: 24 कैरेट गोल्ड ₹88,306 प्रति 10 ग्राम, चांदी ₹89,580 प्रति किलो | जानिए कारण
9 अप्रैल 2025 को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई। जानिए आज के लेटेस्ट रेट, गिरावट के कारण और निवेशकों के लिए क्या है सलाह।
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट: निवेशकों के लिए राहत, सर्राफा बाजार में आई नरमी
नई दिल्ली | दिनांक: 9 अप्रैल 2025| भारतीय सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। वैश्विक संकेतों के प्रभाव, डॉलर की मजबूती और निवेशकों की मुनाफावसूली के चलते इन कीमती धातुओं में नरमी देखने को मिली।
आज 24 कैरेट सोने का भाव ₹88,306 प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत ₹89,580 प्रति किलोग्राम रही। बीते दिन की तुलना में यह गिरावट हल्की लेकिन ध्यान देने योग्य मानी जा रही है, खासकर तब जब अक्षय तृतीया और शादी-विवाह का सीजन नजदीक है।
सोना-चांदी की कीमतें आज (9 अप्रैल 2025)
धातु | शुद्धता | आज की कीमत | बदलाव |
---|---|---|---|
सोना | 24 कैरेट | ₹88,306/10 ग्राम | ₹-185 |
चांदी | 999 शुद्धता | ₹89,580/किलो | ₹-320 |
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी नरमी का असर
अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में भी मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई। सोना $2,312 प्रति औंस और चांदी $27.10 प्रति औंस पर कारोबार करती रही। यह गिरावट अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में मजबूती और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण आई है।
गिरावट के पीछे मुख्य कारण
डॉलर की मजबूती
अमेरिकी डॉलर में मजबूती से सोना कमजोर होता है क्योंकि यह अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए महंगा हो जाता है। डॉलर इंडेक्स के बढ़ने से सोने-चांदी पर सीधा असर पड़ा।
अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में इज़ाफा
जब सरकारी बॉन्ड पर ब्याज दर बढ़ती है, तो निवेशक वहां अधिक आकर्षित होते हैं, जिससे सोना-चांदी जैसी गैर-ब्याजधारी संपत्तियों की मांग घटती है।
फेडरल रिजर्व की सख्त मौद्रिक नीति की आशंका
संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक निकट भविष्य में ब्याज दरों में ढील नहीं देगा। इससे निवेशकों की रुचि सुरक्षित संपत्तियों की ओर गई है।
मुनाफावसूली
पिछले कुछ हफ्तों में सोने और चांदी की कीमतों में अच्छी तेजी देखी गई थी। अब निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू किया है, जिससे कीमतों में गिरावट आई।
ग्राहकों के लिए सुनहरा मौका
कीमतों में गिरावट से उन ग्राहकों को राहत मिली है, जो आने वाले दिनों में अक्षय तृतीया या शादी-ब्याह के मौके पर गहनों की खरीददारी की योजना बना रहे हैं।
दिल्ली के एक सर्राफा व्यापारी अशोक वर्मा का कहना है—
“कीमतों में थोड़ी नरमी आई है, जिससे ग्राहकों की रुचि फिर से लौट सकती है। अक्षय तृतीया से पहले यह गिरावट बिक्री को बढ़ावा दे सकती है।”
औद्योगिक मांग और चांदी
चांदी केवल गहनों तक सीमित नहीं है; इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल और मेडिकल उपकरणों में भी होता है। ऐसे में चांदी की कीमतें केवल निवेशकों के मूड पर नहीं, बल्कि औद्योगिक मांग पर भी निर्भर करती हैं।
विशेषज्ञों की राय
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एनालिस्ट धर्मेंद्र राव बताते हैं—
“मौजूदा गिरावट को लॉन्ग टर्म निवेशक खरीद का मौका मान सकते हैं। बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी, लेकिन वर्ष 2025 में सोना फिर से ₹90,000 प्रति 10 ग्राम के ऊपर जा सकता है।”
ICICI डायरेक्ट की रिपोर्ट के अनुसार,
“2025 की दूसरी छमाही में सोने में नई ऊंचाई की उम्मीद की जा सकती है, बशर्ते वैश्विक मंदी की संभावना बढ़े।”
📊 निवेशकों के लिए सलाह
निवेश श्रेणी | सलाह |
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लॉन्ग टर्म निवेशक | गिरावट में खरीदारी करें, SIP में निवेश बरकरार रखें |
स्वर्ण बॉन्ड | RBI की अगली सीरीज में निवेश का अवसर बन सकता है |
ETF निवेशक | कीमत स्थिर होते ही एकमुश्त निवेश कर सकते हैं |
चांदी में रुचि रखने वाले | औद्योगिक मांग बढ़ने से अच्छे रिटर्न की संभावना है |
आने वाले दिनों में क्या रहेगा ट्रेंड?
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10 अप्रैल को RBI की मौद्रिक नीति समिति की बैठक से संकेत मिल सकते हैं।
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वैश्विक राजनीतिक स्थिति, खासकर मध्य-पूर्व और रूस-यूक्रेन युद्ध का असर कीमतों पर दिख सकता है।
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अमेरिका की CPI (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) रिपोर्ट से वैश्विक बाजार दिशा तय करेंगे।