
लाला जगदलपुरी ग्रंथालय परिसर के रखरखाव हेतु स्व-सहायता समूहों से अभिरुचि आमंत्रण: एक सुनहरा अवसर
लाला जगदलपुरी ग्रंथालय परिसर के रखरखाव हेतु स्व-सहायता समूहों से अभिरुचि आमंत्रण: एक सुनहरा अवसर
जगदलपुर, 11 मार्च 2025: लाला जगदलपुरी केन्द्रीय ग्रंथालय, जगदलपुर, जो बस्तर क्षेत्र के प्रमुख साहित्यिक और बौद्धिक केंद्रों में से एक है, के रखरखाव एवं सफाई कार्य हेतु जिला प्रशासन ने स्व-सहायता समूहों एवं इच्छुक व्यक्तियों से अभिरुचि आमंत्रण जारी किया है। इस पहल का उद्देश्य ग्रंथालय परिसर की स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और रखरखाव सुनिश्चित करना है। इच्छुक समूहों और व्यक्तियों से 22 मार्च 2025 तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। चयन प्रक्रिया 3 अप्रैल 2025 को आयोजित की जाएगी।
ग्रंथालय का महत्व और इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
लाला जगदलपुरी ग्रंथालय बस्तर क्षेत्र के प्रमुख शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है। इस ग्रंथालय का नाम प्रसिद्ध साहित्यकार एवं इतिहासकार लाला जगदलपुरी के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने बस्तर की संस्कृति, परंपरा और भाषा को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह ग्रंथालय हजारों दुर्लभ पुस्तकों, शोध पत्रों और ऐतिहासिक दस्तावेजों का भंडार है।
रखरखाव एवं स्वच्छता की आवश्यकता
ग्रंथालय परिसर के नियमित रखरखाव और स्वच्छता की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। परिसर में पुस्तकालय भवन, उद्यान, अध्ययन कक्ष एवं सभा हॉल शामिल हैं, जिनका सुचारू रूप से संचालन आवश्यक है। प्रशासन ने इस कार्य के लिए योग्य एवं अनुभवी स्व-सहायता समूहों एवं व्यक्तियों को अवसर देने का निर्णय लिया है।
स्व-सहायता समूहों के लिए अवसर
इस पहल से स्व-सहायता समूहों को आर्थिक सशक्तिकरण का अवसर मिलेगा। स्वच्छता और रखरखाव के कार्यों में महिलाओं के नेतृत्व वाले समूहों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। बगीचे की देखभाल, पुस्तकालय की साफ-सफाई, फर्नीचर की मरम्मत और अन्य आवश्यक कार्य इस अनुबंध में शामिल होंगे।
अभिरुचि आमंत्रण की प्रक्रिया और शर्तें
इच्छुक स्व-सहायता समूह और व्यक्ति निर्धारित शर्तों के अधीन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की शर्तें जिले की आधिकारिक वेबसाइट www.basar.gov.in पर उपलब्ध हैं। प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि: 22 मार्च 2025
चयन प्रक्रिया: 03 अप्रैल 2025 को अपराह्न 03 बजे लाला जगदलपुरी केन्द्रीय ग्रंथालय, जगदलपुर के बैठक कक्ष में आयोजित की जाएगी।
इच्छुक समूहों के प्रतिनिधियों को चयन प्रक्रिया में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा।
निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा।
प्रशासन की भूमिका और योजना
इस योजना के तहत जिला प्रशासन स्वच्छता और रखरखाव कार्य की गुणवत्ता की निगरानी करेगा। चयनित समूहों के कार्यों का समय-समय पर मूल्यांकन किया जाएगा। स्वच्छता अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों एवं उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।
स्थानीय नागरिकों एवं हितधारकों की प्रतिक्रिया
इस पहल को लेकर स्थानीय नागरिकों, पुस्तक प्रेमियों और बस्तर के बुद्धिजीवियों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
डॉ. संजय वर्मा, प्रोफेसर, जगदलपुर विश्वविद्यालय: “यह एक बेहतरीन पहल है। ग्रंथालय परिसर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना आवश्यक है। इससे न केवल स्वच्छता बनी रहेगी बल्कि पुस्तक प्रेमियों को भी अच्छा वातावरण मिलेगा।”
सरिता देवांगन, महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य: “हमें इस प्रकार के अवसरों की आवश्यकता है, ताकि हम अपनी आजीविका चला सकें और सामाजिक कार्यों में भी योगदान दे सकें।”
लाला जगदलपुरी ग्रंथालय परिसर के रखरखाव और स्वच्छता हेतु स्व-सहायता समूहों को शामिल करने की यह पहल न केवल पुस्तकालय की स्थिति सुधारने में सहायक होगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। प्रशासन की यह योजना क्षेत्र के विकास और संस्कृति संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।