
प्रधानमंत्री आवास योजना के उद्घाटन पर कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग, नक्सलवाद और मोदी की गारंटी पर भी उठे सवाल
प्रधानमंत्री आवास योजना के उद्घाटन पर कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग, नक्सलवाद और मोदी की गारंटी पर भी उठे सवाल
रायपुर | 31 मार्च 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान किए गए प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के उद्घाटन को लेकर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जिन तीन लाख प्रधानमंत्री आवासों का उद्घाटन किया गया, वे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हुए थे और उनकी पहली किस्त भी उसी समय जारी की गई थी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने इसे लेकर भाजपा सरकार को चुनौती दी कि वह सार्वजनिक रूप से यह बताए कि इन तीन लाख हितग्राहियों को पहली किस्त कब जारी की गई थी। उन्होंने दावा किया कि साय सरकार ने अपने सवा साल के कार्यकाल में एक भी नया प्रधानमंत्री आवास नहीं बनाया है।
दीपक बैज ने कहा, “भाजपा सरकार यह साफ करे कि उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सवा साल में कितने नए मकान बनाए हैं? जिन तीन लाख मकानों का उद्घाटन किया गया, वे पहले से स्वीकृत थे, भाजपा केवल उद्घाटन करके श्रेय लेना चाहती है।”
भाजपा सरकार के दावे और कांग्रेस के आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनी तीन लाख इकाइयों का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीबों को आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा नेताओं का दावा है कि केंद्र सरकार ने इस योजना को तेज गति से आगे बढ़ाया है और इसका लाभ लाखों लोगों को मिला है।
हालांकि, कांग्रेस ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा केवल उद्घाटन कर रही है, लेकिन वास्तविक श्रेय कांग्रेस सरकार को जाता है जिसने योजना के तहत पहले से काम शुरू कर दिया था। दीपक बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना में नया निर्माण कार्य शुरू नहीं किया और अब कांग्रेस के समय स्वीकृत आवासों का उद्घाटन कर रही है।
उन्होंने मांग की कि भाजपा सरकार वह सूची सार्वजनिक करे जिसमें इन मकानों के लाभार्थियों का नाम और पहली किस्त जारी करने की तिथि दर्ज हो।
नक्सलवाद पर मोदी के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर नियंत्रण को लेकर अपनी सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति के कारण राज्य में नक्सल गतिविधियों में कमी आई है और शांति स्थापित हो रही है।








इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि बस्तर में नक्सलवाद पर नियंत्रण कांग्रेस सरकार की “विश्वास, विकास और सुरक्षा” की नीति का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब दूरस्थ इलाकों में सुरक्षा बलों के कैंप बनाए गए, सड़क, पुल-पुलिया, अस्पताल, स्कूल और अन्य बुनियादी सुविधाएं विकसित की गईं। इसके अलावा, वन उत्पादों के मूल्य संवर्धन और रोजगार के नए अवसर सृजित किए गए जिससे आम लोगों का सरकार और प्रशासन पर भरोसा बढ़ा।
दीपक बैज ने कहा, “भाजपा सरकार केवल श्रेय लेने की राजनीति कर रही है। नक्सलवाद पर नियंत्रण हमारी सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों का परिणाम है। अगर भाजपा सरकार ने कुछ किया होता, तो वह अपने नए कार्यों का ब्यौरा देती।”
मोदी की गारंटी पर सवाल उठाए कांग्रेस ने
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी “मोदी की गारंटी” योजना पर भी सवाल उठाए। दीपक बैज ने आरोप लगाया कि चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने कई बड़े वादे किए थे, लेकिन सवा साल बाद भी वे पूरे नहीं हुए हैं।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान मंच से शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन आज तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। भाजपा सरकार भ्रष्टाचार की काली कमाई में डूबी हुई है और प्रधानमंत्री मोदी चुप रहकर इसका समर्थन कर रहे हैं।”
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है और भाजपा नेतृत्व इस पर कोई जवाब नहीं दे रहा।
भाजपा का जवाब: कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद
कांग्रेस के इन आरोपों पर भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साय सरकार राज्य के विकास के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल झूठे आरोप लगाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ करोड़ों लोगों को मिला है। अगर कांग्रेस के समय मकानों की स्वीकृति दी गई थी, तो उन्होंने उन्हें पूरा क्यों नहीं किया? हमारी सरकार ने इन योजनाओं को आगे बढ़ाया और गरीबों को मकान उपलब्ध कराए।”
उन्होंने नक्सलवाद पर कांग्रेस के दावों को भी खारिज करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ठोस नीतियों के कारण ही नक्सल गतिविधियों में कमी आई है।
राजनीतिक संघर्ष तेज, चुनावी माहौल गरमाने के संकेत
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि आगामी चुनावों को देखते हुए यह सियासी लड़ाई और तेज हो सकती है। कांग्रेस जहां भाजपा सरकार को विफल बताने में जुटी है, वहीं भाजपा मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
अब देखना यह होगा कि जनता किसके दावों पर विश्वास करती है और आगामी दिनों में यह सियासी जंग क्या नया मोड़ लेती है।