
डीएमएफ, दिशा और सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न, विकास कार्यों और सुरक्षा उपायों पर चर्चा
बलरामपुर, 02 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ शासन के कृषि मंत्री रामविचार नेताम की अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) शासी परिषद, जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) और सांसद सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर राजेंद्र कटारा, पुलिस अधीक्षक बैंकर वैभव रमनलाल, जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान सड़क सुरक्षा समिति की चर्चा करते हुए कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने जिले में ब्लैक स्पॉट चिन्हांकन की प्रक्रिया में तेजी लाने और खराब सड़कों की मरम्मत के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन मार्गों की स्थिति अत्यधिक खराब हो गई है, उनकी मरम्मत शीघ्र पूरी की जाए ताकि आम जनता को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
राष्ट्रीय राजमार्ग-343 को लेकर नेताम ने निर्माण कार्य जल्द शुरू करने पर जोर दिया। उन्होंने सड़क निर्माण के लिए आवश्यक पेड़ कटाई कार्य को तेज करने हेतु अधिक मानव संसाधन लगाने का निर्देश दिया। इसके अलावा, दुर्घटना और मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सीट बेल्ट और हेलमेट को अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए गए।
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में केंद्र प्रवर्तित योजनाओं की समीक्षा की गई। मंत्री रामविचार नेताम ने योजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा करते हुए अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
बैठक में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन सहित अन्य प्रमुख योजनाओं की समीक्षा की गई। नेताम ने कहा कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी अधिकारियों की है। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में फील्ड विजिट करने और जरूरतमंदों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाने की अपील की।
बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) अंतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा की गई। मंत्री नेताम ने इस वित्तीय वर्ष के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए और पिछली वित्तीय वर्ष में स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि खनिज न्यास की राशि का उपयोग जनहितैषी कार्यों में किया जाए।
कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने जिला खनिज संस्थान न्यास और दिशा समिति से जुड़ी वित्तीय वर्ष 2024-25 के महत्वपूर्ण कार्यों और आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के कार्ययोजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डीएमएफ निधि से प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे पेयजल आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कौशल विकास, स्वच्छता, कृषि एवं पशुपालन में विशेष ध्यान दिया जाएगा।
जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर ने बताया कि डीएमएफ निधि की प्राप्ति और व्यय की समीक्षा की गई है और इस निधि से किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं में देरी हो रही है, उन्हें शीघ्र पूरा किया जाएगा।
बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। अधिकारियों से कहा गया कि निर्माण कार्यों की निगरानी नियमित रूप से होनी चाहिए ताकि घटिया निर्माण को रोका जा सके। अधूरे निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश भी दिए गए ताकि आम जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके।
निर्देश दिए गए कि सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें और विकास कार्यों की नियमित जानकारी दी जाए। इससे जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सकेगा और क्षेत्र के विकास कार्यों में तेजी आएगी।
बैठक में अपर कलेक्टर आर.एस. लाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाएं और फील्ड विजिट कर यह सुनिश्चित करें कि लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचे।
मंत्री नेताम ने कहा कि जिले में चल रही योजनाओं की नियमित समीक्षा की जाएगी और जिन परियोजनाओं में देरी हो रही है, उन पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विभागों से जुड़ी समस्याओं का शीघ्र समाधान करें और विकास कार्यों में तेजी लाएं।
कृषि मंत्री रामविचार नेताम द्वारा आयोजित इस महत्वपूर्ण बैठक में जिले के विकास, सड़क सुरक्षा, डीएमएफ निधि और केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे सभी योजनाओं को समय पर पूरा करें और उनकी प्रभावशीलता सुनिश्चित करें। सड़क सुरक्षा के प्रति भी सरकार ने गंभीरता दिखाई है, और दुर्घटना दर को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया गया है।
डीएमएफ निधि का सही उपयोग कर स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और आजीविका से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया। बैठक के अंत में मंत्री नेताम ने सभी संबंधित अधिकारियों से यह अपेक्षा की कि वे अपने कार्यों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करें और जनता को अधिकतम लाभ पहुंचाएं।