
एक्सीडेंट के बाद जानलेवा हमला: पुलिस ने वसीम कुरैशी को किया गिरफ्तार
एक्सीडेंट के बाद जानलेवा हमला: पुलिस ने वसीम कुरैशी को किया गिरफ्तार
सरगुजा। जिले के गांधीनगर थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना के बाद विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने प्रार्थी पर जानलेवा हमला कर दिया। मामले में सरगुजा पुलिस की विशेष टीम और साइबर सेल की तत्परता से मुख्य आरोपी वसीम कुरैशी को उदयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना के दौरान पहने गए कपड़े भी जब्त किए हैं। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रार्थी संजय सिंह, निवासी पुराना बस स्टैंड, सूरजपुर, ने गांधीनगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 28 मार्च 2025 की रात करीब 10:15 बजे वह अपनी थार कार से रामानुजगंज नाका चौक की ओर जा रहा था। रास्ते में शिवधारी कॉलोनी चौक के पास सामने से आ रही काले रंग की कार का चालक अचानक गाड़ी मोड़ दिया, जिससे प्रार्थी की कार उसकी गाड़ी के पिछले हिस्से से टकरा गई।
इसके बाद, जब प्रार्थी अपनी कार से उतरकर स्थिति देखने गया, तभी दूसरी कार में सवार वसीम कुरैशी, मोनू कुरैशी, अनुराग राजवाड़े और आयुष दास ने उस पर हमला कर दिया। आरोपियों ने संजय सिंह को गाली-गलौज करते हुए हत्या की नीयत से लात-घूंसों और मुक्कों से बेरहमी से पीटा, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।
घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। थाना गांधीनगर में अपराध क्रमांक 206/25 धारा 296, 351(3), 115(2), 3(5), 109(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पूर्व में मामले में अनुराग राजवाड़े उर्फ गोली को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका था, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी थी।
संयुक्त पुलिस टीम लगातार फरार आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। इसी दौरान, तकनीकी संसाधनों और मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर वसीम कुरैशी को उदयपुर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से घटना के समय पहने गए कपड़े भी बरामद किए हैं।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि इस अपराध में शामिल अन्य फरार आरोपियों मोनू कुरैशी और आयुष दास की तलाश जारी है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस टीम की भूमिका
इस महत्वपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर उपनिरीक्षक रश्मि राज सिंह, साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक शिशिरकांत सिंह, उपनिरीक्षक नवल दुबे, सहायक उपनिरीक्षक अजीत मिश्रा, स्पेशल टीम प्रभारी विवेक पांडेय सहित प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, आरक्षक संजीव चौबे, सत्येंद्र दुबे, मनीष सिंह, अमित विश्वकर्मा, आनंद गुप्ता, राहुल सिंह, अरविंद उपाध्याय, बृजेश राय, अतुल सिंह, ऋषभ सिंह, मोती और घनश्याम देवांगन सक्रिय भूमिका में रहे।
सरगुजा पुलिस का कहना है कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान जारी रहेगा और जल्द ही मामले के सभी दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।