
प्रदेश खबर -छत्तीसगढ़ शासन व चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार विभिन्न शासकीय अस्पतालों में नर्सिग स्टाफ की कमी को देखते हुए नर्सिग महाविद्यालय के विद्यार्थियों को अस्पतालों में सहयोग करने हेतु आमंत्रित किया गया था। कोरोना संक्रमण काल में स्वयं के संक्रमित हो जाने का पूरा जोखिम होता है, इसके बाद भी वी.एम. कालेज ऑफ नर्सिंग बिश्रामपुर की छात्र-छात्राओं ने अपने बीमार होने की परवाह न करते हुए जिला चिकित्सालय सूरजपुर में निःस्वार्थ सेवाभाव से सेवा करने का निर्णय लिया है। वी.एम. कालेज ऑफ नर्सिग बिश्रामपुर की छात्र-छात्राएं दो शिफ्ट में जिला चिकित्सालय सूरजपुर में मरीजों की देखभाल में लगे हुए है। ये न तो उनके क्लीनिकल ड्यूटी में समाहित है और न ही उन्हे इस कार्य के लिये कोई मानदेय ही प्रदान किया जा रहा है। वी.एम. कालेज ऑफ नर्सिग बिश्रामपुर के डायरेक्टर विजयराज अग्रवाल ने बताया कि नर्सिंग का कोर्स एक सेवाभावना से जुड़ा हुआ क्षेत्र है, जब कालेज के छात्र-छात्राओं को छत्तीसगढ़ शासन व चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देशों से अवगत कराया गया, तब वे नर्सेस शपथ की अपने संकल्प के तहत् अपनी सेवा मरीजों के उपचार में देने का निर्णय लिया और पूर्ण समर्पण एवं निर्भिकता से वे जिला चिकित्सालय सूरजपुर में निरंतर नर्सिग कार्यों को कर रहे है, ये समाज के लिये प्रेरणा दायक व अनुकरणीय है। वी.एम. कालेज ऑफ नर्सिग बिश्रामपुर के छात्र-छात्रायें समाज के सभी लोगों का वैक्सीनेशन हो सके इस इस कार्य के लिए तत्परता से लगी हुई है
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश प्रमुख छत्तीसगढ़