
मुख्यमंत्री के कड़े तेवर: लापरवाह अधिकारियों पर गिरी गाज
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुशासन तिहार की समीक्षा बैठक में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। मुंगेली जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता और जीपीएम के जिला शिक्षा अधिकारी पर गिरी गाज।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 19 मई को मुंगेली में आयोजित समीक्षा बैठक में सुशासन तिहार के अंतर्गत कई जिलों के कार्यों की समीक्षा करते हुए लापरवाह अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की।
-
मुंगेली जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आर.के. मिश्रा को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए गए, क्योंकि मनियारी और पथरिया जलाशय वर्षों से अधूरे पड़े हैं।
-
जीपीएम जिले के जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश कुमार शास्त्री को पद से हटाने के निर्देश दिए, क्योंकि बोर्ड परीक्षा में जिले का प्रदर्शन अत्यंत खराब रहा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सुशासन में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री के प्रमुख निर्देश:
-
अधिकारी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करें।
-
गर्मी में पेयजल संकट न हो, इसके लिए ठोस व्यवस्था हो।
-
मौसमी बीमारियों पर त्वरित प्रतिक्रिया और रोकथाम की कार्य योजना बने।
-
अटल डिजिटल सेवा केंद्र नियमित और प्रभावी रूप से संचालित हों।
-
मजदूरों को लंबित मजदूरी घर जाकर दी जाए।
-
राजस्व प्रकरणों का त्वरित निपटारा हो।
-
प्रधानमंत्री आवास योजना के अधूरे मकान बरसात से पहले पूरे किए जाएं।
-
आयुष्मान कार्ड निर्माण में लापरवाही पर फटकार।
-
तालाबों की जलधारण क्षमता बढ़ाने जन भागीदारी से कार्य हो।
-
अचानकमार टाइगर रिज़र्व के विस्थापन और पर्यटन कार्यों को गति दी जाए।
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विधायक धरमलाल कौशिक व पुन्नूलाल मोहले, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव पी. दयानंद, संभागायुक्त सुनील जैन सहित संबंधित जिले के कलेक्टर, एसपी, डीएफओ और विभागीय अधिकारी।












