
कोरबा में डीएमएफ से बनेंगी 22 नई सड़कें, 143 करोड़ की योजना को मंजूरी
कोरबा जिले में डीएमएफ राशि से 143 करोड़ की लागत से 22 सड़कों का होगा निर्माण। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगा सीधा लाभ। कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया निर्णय।
डीएमएफ की राशि से बदलेगा कोरबा जिले का सड़क परिदृश्य, जनता को मिलेगी बड़ी सुविधा
रायपुर, 20 मई 2025|खनिज संपन्न कोरबा जिले में अब खनिजों से प्राप्त निधि (डीएमएफ) का उपयोग जनता की बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में किया जा रहा है। खासतौर पर सड़क निर्माण को प्राथमिकता देते हुए जिला प्रशासन ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिससे शहरी और ग्रामीण—दोनों क्षेत्रों की कनेक्टिविटी को नई गति मिलेगी।
कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में डीएमएफ मद से 143 करोड़ रुपये की लागत से 22 सड़कों के निर्माण कार्य को मंजूरी दी गई। यह निर्णय सुशासन तिहार के दौरान जनप्रतिनिधियों और आमजनों से प्राप्त मांगों के आधार पर लिया गया है।
प्रमुख स्वीकृत सड़क परियोजनाएं:
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झगरहा–कोरकोमा–चचिया मार्ग (29 किमी) – ₹29.80 करोड़
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ध्यानचंद चौक से बजरंग चौक तक दो लेन सी.सी. सड़क (2.84 किमी) – ₹29.42 करोड़
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रामपुर से सिरली पहुँच मार्ग (8 किमी) – ₹8.08 करोड़
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चैतुरगढ़ पर्यटन स्थल हेतु शोल्डर चौड़ीकरण (6.6 किमी) – ₹5.33 करोड़
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घिनारा से खुंटाकुड़ा मार्ग (4.525 किमी) – ₹5.80 करोड़
इसके अलावा पनगवा-जल्के, डोगरी-मुढ़ाली, पाथा-खरभहरा, जमनीपाली-गजरा, ओढालीडीह-तिलैहापारा, सीलीभुडु-कुदरीचिंगार, और सक्ती-कोरबा जैसे मार्गों का भी उन्नयन किया जाएगा।
डीएमएफ से जनता को क्या मिलेगा?
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सुगम और सुरक्षित आवागमन
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ग्रामीण क्षेत्रों की शहरी कनेक्टिविटी
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पर्यटन स्थलों तक आसान पहुंच
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रोजगार सृजन और आर्थिक गति
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शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं तक बेहतर पहुँच
कलेक्टर श्री वसंत ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि डीएमएफ की हर राशि का उपयोग जनता की ज़रूरतों के लिए हो। यह सिर्फ सड़क नहीं, गाँव-शहर को जोड़ने वाला विकास का रास्ता है।”
डीएमएफ क्यों है महत्वपूर्ण?
जिला खनिज न्यास (DMF) का उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों में जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है। कोरबा में यह निधि शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।