
गरियाबंद में किशोरी बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत बढ़ाया गया आत्मविश्वास
गरियाबंद जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 5 स्कूलों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। ताइक्वांडो मास्टर के माध्यम से किशोरी बालिकाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की पहल की गई।
गरियाबंद की बेटियां बन रहीं आत्मनिर्भर: आत्मरक्षा प्रशिक्षण से सशक्त हुईं किशोरी बालिकाएं
गरियाबंद, 17 जुलाई 2025 — “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले की किशोरी बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल की गई।
यह प्रशिक्षण 7 से 11 जुलाई के बीच जिले के 5 शासकीय विद्यालयों में आयोजित किया गया, जिसमें बालिकाओं को ताइक्वांडो के ज़रिए आत्मरक्षा की तकनीकें सिखाई गईं।
ताइक्वांडो मास्टर से मिला प्रशिक्षण
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन ताइक्वांडो मास्टर ट्रेनर सुश्री किरण मरकाम द्वारा किया गया। उन्होंने न सिर्फ बालिकाओं को शारीरिक सुरक्षा तकनीकें सिखाईं, बल्कि उनका आत्मविश्वास और मानसिक दृढ़ता भी बढ़ाई। प्रशिक्षण से बालिकाएं यह जान सकीं कि आपातकालीन स्थितियों में वे खुद की रक्षा कैसे कर सकती हैं।
विद्यालय जिनमें प्रशिक्षण हुआ:
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शा. हाई स्कूल सढ़ौली
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शा. उ.मा. विद्यालय पीपरछेड़ी
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कन्या हाई स्कूल मैनपुर
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शा. हाई स्कूल नहरगांव
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शा. उ.मा. विद्यालय गरियाबंद
कार्यक्रम के मार्गदर्शक अधिकारी:
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कलेक्टर श्री बी.एस. उइके (निर्देशन)
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जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अशोक पाण्डेय (मार्गदर्शन)
लैंगिक समानता और योजनाओं की जानकारी भी दी गई
जिला मिशन समन्वयक सुश्री मनीषा वर्मा ने छात्राओं को मिशन शक्ति, लैंगिक समानता, और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम में नवा बिहान, सखी वन स्टॉप सेंटर, और महिला सशक्तिकरण केंद्र की टीमों का सहयोग रहा।
उपस्थित प्रमुख सहयोगी:
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श्रीमती लता पटेल (संरक्षण अधिकारी)
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सुश्री निशा नेताम (पैरालीगल कार्मिक)
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श्रीमती अर्चना सिंह (वित्तीय साक्षरता विशेषज्ञ)
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सुश्री शोभा मरकाम, श्रीमती श्वेता शुक्ला
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संबंधित विद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षकगण और छात्राएं