
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर गरमाया छत्तीसगढ़, आज दोपहर 12 से 2 बजे तक चक्काजाम
रायपुर। रायपुर से लेकर बस्तर तक आज दोपहर आम जनता को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। कांग्रेस पार्टी ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में चक्काजाम का ऐलान किया है। दोपहर 12 से 2 बजे तक सड़कें जाम रहेंगी, जिससे व्यापार, यात्रा और आम जनजीवन पर सीधा असर पड़ेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के विरोध में आज कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ में चक्काजाम कर रही है। ये प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चलेगा। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है।
राज्य के 33 जिलों में प्रमुख नेशनल हाईवे, चौराहे और फ्लाईओवर पर कांग्रेस कार्यकर्ता नाकेबंदी करेंगे।
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर, सरगुजा सहित सभी संभाग प्रभावित रहेंगे।
रायपुर के श्रीराम मंदिर चौक, करेंसी टावर, अभनपुर टोल प्लाज़ा, मैग्नेटो मॉल, और आरंग टोल पर ट्रैफिक रुक सकता है। बिलासपुर में सकरी फ्लाईओवर और जगदलपुर के आमागुड़ा चौक पर भी आंदोलनकारी जुटेंगे।
किन्हें मिलेगी छूट?
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि स्कूल बसें और एम्बुलेंस सेवाएं इस नाकेबंदी से मुक्त रहेंगी। लेकिन इसके बावजूद आम यात्रियों, ऑफिस जाने वालों और व्यापारियों को बड़ी दिक्कत हो सकती है।
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी का मामला क्या है?
18 जुलाई को ED ने चैतन्य बघेल को भिलाई से गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्हें 16.70 करोड़ रुपए नकद मिले थे, जिसे उन्होंने रियल एस्टेट में निवेश किया। ईडी के मुताबिक ये रकम शराब घोटाले से जुड़ी ब्लैक मनी थी।
इस मामले में 1000 करोड़ से ज्यादा की हेराफेरी का आरोप है, जिसमें चैतन्य के अलावा अनवर ढेबर, दीपेन चावड़ा, केके श्रीवास्तव और पप्पू बंसल का नाम सामने आया है। पप्पू बंसल ने माना कि उसने सिर्फ 3 महीने में 136 करोड़ रुपये कमाए।
क्या कहती है कांग्रेस?
कांग्रेस का कहना है कि यह गिरफ्तारी एक राजनीतिक साजिश है।
दीपक बैज, चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव और खुद भूपेश बघेल आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं। पार्टी ने आंदोलन की मॉनिटरिंग के लिए 12 वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग जिलों का प्रभारी भी बनाया है।
चैतन्य के वकील फैजल रिजवी ने कोर्ट में कहा कि ईडी ने कभी समन नहीं भेजा, ना ही बयान लिया। गिरफ्तारी बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के की गई है।