
धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी साथ-साथ निकले हिंदू सनातन एकता यात्रा पर, बोले- “तनातनी नहीं, सनातनियों की पदयात्रा है”
दिल्ली से बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ‘हिंदू सनातन एकता पदयात्रा 2.0’ का शुभारंभ किया। इस यात्रा में कथावाचक जया किशोरी भी शामिल हैं। यात्रा 16 नवंबर तक वृंदावन पहुंचेगी। यात्रा का उद्देश्य हिंदू एकता, जातीय भेद मिटाने और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना है।
धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी साथ-साथ निकले हिंदू सनातन एकता यात्रा पर, बोले- “तनातनी नहीं, सनातनियों की पदयात्रा है”
दिल्ली से बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में ‘हिंदू सनातन एकता पदयात्रा 2.0’ की शुरुआत शुक्रवार को हुई। यात्रा दिल्ली के इंद्रप्रस्थ से रवाना होकर वृंदावन तक जाएगी। इस यात्रा में प्रसिद्ध कथावाचक जया किशोरी भी शामिल हैं।
जया किशोरी ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा,
“बागेश्वर वाले बाबा इस बार फिर सनातन हिंदू जोड़ो यात्रा लेकर आ रहे हैं। मैं भी इस यात्रा में 7 से 16 नवंबर तक शामिल रहूंगी। सभी सनातनियों से निवेदन है कि आप आएं और एकता का स्वरूप प्रस्तुत करें।”
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने यात्रा को लेकर कहा कि यह राजनीतिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक पदयात्रा है।
उन्होंने पांच प्रमुख बातें कहीं —
1️⃣ तनातनी नहीं, सनातनियों की पदयात्रा: हिंदू समाज को एकजुट करने और भय मिटाने का उद्देश्य।
2️⃣ राजनीति से दूर आध्यात्मिक यात्रा: जाति का अहंकार नहीं, सनातन धर्म की एकता का संदेश।
3️⃣ कास्टवाद खत्म कर राष्ट्रवाद को बढ़ावा: “तन-मन हिंदू, हर घर हिंदू, हर हिंदुस्तानी हिंदू” का संकल्प।
4️⃣ सात संकल्पों के साथ यात्रा: गोमाता का सम्मान, यमुना शुद्धिकरण, हिंदू राष्ट्र की मांग आदि।
5️⃣ भजन-कीर्तन और मर्यादा का पालन: जहां विश्राम, वहीं कीर्तन, गोपूजन और भोजन की व्यवस्था होगी।
इस बार की यात्रा में फैज खान के नेतृत्व में 300 से अधिक मुस्लिम सदस्य शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा लोगों को जोड़ने का कार्य कर रही है, इसलिए वे भी साथ चलेंगे।
पदयात्रा के सात संकल्प:
-
यमुना माता का शुद्धिकरण
-
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए
-
गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा मिले
-
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर का भव्य निर्माण
-
ब्रज क्षेत्र में मांस-मदिरा पर प्रतिबंध
-
अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद पर रोक
-
जात-पात का भेद मिटाकर सामाजिक समरसता स्थापित करना









