
तारा सिंह रिपोर्टर सरगुजा/बेलखारिखा / जजर्र बेलखारिखा छिदकांलो/ दरिमा मार्ग/ लोक निर्माण विभाग नए सिरे से पुनर्निर्माण कार्य प्रारंभ किया लगभग 10 माह से ज्यादा समय बीत गए लेकिन अभी तक सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका है ।
बेलखारिखा छिदकालो सड़क लगभग 5-6 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की सड़क है जो ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है।
लेकिन 10 माह पूर्व कार्य प्रारंभ किए महज 5 – 6 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका है।
ठेकेदार व विभागीय लापरवाही से साथ ही प्रशासन की अनदेखी की वजह से बेलखारिखा छिदकालों क्षेत्र के लोगों में शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश पर पनप रहा है।
ठेकेदार के द्वारा महज खान पूर्ति के लिए छिदकालों से लेकर बेलखारिखा बस्ती महादेव पारा तक डामरीकरण कर छोड़ दिया गया है। बस्ती में लगभग 2 किलोमीटर डामरीकरण का काम अभी तक बचा हुआ है ।ठेकेदार ने सिर्फ स्टोन डस्ट बिछाकर आधा अधूरा कर काम को बीच बीच में बंद कर देता है। जिससे लंबा समय बीत जा रहा है रोड बनने में ।
जिससे क्षेत्र के लोगों को आवागमन यात्रा करने वाले यात्रियों को इस सड़क से सफर करने में काफी दिक्कत परेशानी हो रही है। इन पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी , जिला प्रशासन व क्षेत्रीय विधायक व जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्यान नहीं देने पर लोगों को यात्रा करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण के नियमों को अपने ताक पर रखकर दरकिनार करते हुए सड़क का डामरीकरण कर तो दिया है। लेकिन डामर की परत इतनी मोटी ऊंची बना दी है। जिससे साइड लेते वक्त दोपहिया वाहन सवार गिरकर घायल हो रहा है। एवं कार साइड लेते व देते हुए सड़क से नीचे उतारते समय कार के नीचे का हिस्सा बॉडी सड़क पर छू जा रहा है जिससे कार का निचला हिस्सा का बॉडी खीसटते हुए टूट जाती है एवं पलटने का आशंका बनी रहती है।
फिर भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों वह प्रशासन द्वारा ठेकेदार के लापरवाही पूर्वक निर्माण मनमाना तरीके से चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण तक नहीं कर रहे हैं। जिससे ठेकेदार का मनमानी बढ़ते ही जा रहा है। जिससे शासन प्रशासन का छवि धूमिल हो रही है।
ठेकेदार ने साइड सोल्डर का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। सिर्फ ठेकेदार ने कहीं- कहीं जगहों पर सड़क के किनारे निवासरत लोगों के घरों के सामने मुरम गिरा दिया है। साथ ही कोटेया बस्ती में जाने वाले रास्ते में भी मुरम गिरा दिया है। जिससे रास्ता कुछ हद तक अरोध हो गया है। मुरम फैलाव ठेकेदार के द्वारा नहीं कराया गया है जिससे निवासरत ग्रामीणों को दिक्कत परेशानी हो रही है।
मुरम का फैलाव मशीन के माध्यम से ठेकेदार ने कुछ दूर तक कुछ जगहों पर लगभग 100 से 200 मीटर दूर तक मुरम का फैलाया गया है। ठेकेदार के द्वारा मुरम को डंप कर सड़क में छोड़ दिया है। जिससे भारी वाहनों से दोपहिया वाहन चालको को साइड लेने मैं दिक्कत परेशानी हो रही है। जाम जैसी स्थिति बन जाती है। ठेकेदार ने मुरम को कुछ जगहों पर फैलावया है. लेकिन पूर्ण रूप से समतल नहीं कराया है सड़क ऊंची हो गई है साईड सोल्डर में मुरम ढलान टाइप से डालकर छोड़ दिया गया है .जिस वजह से बैलेंस नहीं बनता जिससे बाइक चालकों को वाहन चलाने व साइड लेने में दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। एवं राहगीर लोगों को आवागमन करने चलने फिरने में दिक्कत परेशानी हो रही है।
ठेकेदार ने सड़क निर्माण कराते समय क्रेशर की डस्ट वाली गिट्टी को सड़क में डाला है। जो बरसात से पूर्व बेलखारिखा बस्ती के लोग रात दिन उड़ते हुए धूल से परेशान हुए पड़े थे। और रात दिन विभाग और ठेकेदार व प्रशासन को कोस रहे थे।
लेकिन अब बरसात में उड़ते हुए धूल से लोगों को राहत मिली है।
ग्रामीण लोगों को उड़ते हुए धूल से राहत मिली ही थी ठीक बाद फिर बरसात माह में ही पानी क्रॉसिंग की निकासी की सुविधा के लिए सड़क से लगे घरों के सामने नाली निर्माण के लिए इक्का-दुक्का लोगों के घरों की दीवाल तोड़ते हुए नाली निर्माण के लिए जेसीबी के माध्यम से नाली गड्ढे की खुदाई प्रारंभ कर दिया। इससे लोगों को अपने घर में घुसने व निकलने के लिए सीधे ना जाकर घूम कर घरों के बाहर साईड दीवाल से सटे भिटकारो में चलकर लोगों को अपने घर आना जाना करना पड़ रहा है लोग अपने घर के भिट्टकारों के माध्यम से चल व घूम कर अपने घर आना जाना कर रहे है लेकिन घरों में बंधे पशु गाय बैल भैंस बकरी इनको बाहर निकालने व घर में घुसने मैं बहुत ही दिक्कत परेशानी लोगों को हो रही है पालतू जानवरों पशुओंओं को भी नाली में गिरने का डर बना हुआ है और कभी कभार फिसल कर गिरते भी हैं। बरसात के दिनों में लोगों की और भी परेशानी बढ़ गई है अपने घरों में आने और जाने और पशुओं को बाहर निकालने और ले जाने के लिए। कई बच्चे गड्ढे में गिर चुके हैं फिर भी विभाग व प्रशासन साथ ही ठेकेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
ग्रामीण जन धीमी गति से चल रहे गुणवत्ता विहीन नाली निर्माण से परेशान है। ठेकेदार कुछ काम करा कर कुछ दिनों के लिए गायब हो जाता है। फिर 1 व 2 सप्ताह बाद काम धीमी गति से कार्य प्रारंभ करके फिर हो जाता है जिसके चलते नाली निर्माण में लंबा समय बीत जा रहा है।
लोगों को अपने घर जाने के लिए छलांग लगाकर जाना पड़ रहा है।
ठेकेदार ने मोहल्ले की गलियों को नाली गड्ढा खोदकर कर आवागमन को बंद कर दिया है लोग दूसरे मार्ग से होकर आवागमन करने को मजबूर है। तथा पालतू जानवरों को भी अपने घर जाने के लिए लंबी दूरी तय कर जाना पड़ रहा है। गड्ढों की वजह से लोगों का अपने घरों से निकलना घूसना दूभर हो गया।
बरसात में गड्ढों में पानी भरा पड़ा हुआ है। छोटे बच्चों के माता-पिता विवाह गड्ढों की वजह से बच्चों को लेकर चिंतित रहते हैं. अनहोनी घटना घट न जाए सोच कर
इस पर ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि भी मौन हुए पड़े हैं।। ग्रामवासी ग्रामीणों को हो रही दिक्कत परेशानी का समाधान पर पहल नहीं कर रहे है। ठेकेदार ने गुणवत्ता विहीन पूर्वक लगभग 200 मीटर नाली का निर्माण कार्य कराया है। और सेटिंग कर छोड़ दिया गया है।
लेकिन अभी नाली निर्माण ढलाई कार्य छड़़ बांधना बचा हुआ है जिसे लेकर ठेकेदार व विभागीय अधिकारी गंभीर नहीं है जिस वजह से लोगों को भारी दिक्कत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।