अपराधताजा ख़बरेंदेशब्रेकिंग न्यूज़

लापता आठ वर्षीय बालक का शव खदान में मिला: हादसा या साजिश?

ठाणे में लापता आठ वर्षीय बालक का शव खदान में मिला: हादसा या साजिश?

a41ad136-ab8e-4a7d-bf81-1a6289a5f83f
ea5259c3-fb22-4da0-b043-71ce01a6842e

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। मात्र आठ वर्ष का एक बच्चा, जो खाने का सामान लेने के लिए घर से निकला था, संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया। उसका शव भिवंडी के वरहालदेवी तालाब के पास स्थित एक खदान में मिला। परिवार का आरोप है कि यह केवल एक दुर्घटना नहीं हो सकती, क्योंकि मृतक के सिर पर चोट के निशान थे और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। हालांकि, पुलिस ने फिलहाल इसे एक दुर्घटनावश हुई मौत के रूप में दर्ज किया है।

इस घटना ने स्थानीय निवासियों के बीच भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह वास्तव में एक हादसा था, या फिर इसमें कोई आपराधिक साजिश छिपी हुई है? इस रिपोर्ट में हम घटना के विभिन्न पहलुओं, पुलिस की जांच, परिवार के आरोपों, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान, और विशेषज्ञों की राय को विस्तार से समझने की कोशिश करेंगे।

25 फरवरी को ठाणे के भिवंडी इलाके में रहने वाला आठ वर्षीय बालक अपने घर से निकला था। परिवार के अनुसार, वह पास की दुकान से खाने का सामान लेने गया था, लेकिन देर तक वापस नहीं लौटा। जब घंटों तक उसकी कोई खबर नहीं मिली, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।

स्थानीय लोगों और परिजनों ने आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की, लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं चला। आखिरकार, अगले दिन यानी रविवार को वरहालदेवी तालाब के पास स्थित खदान में उसका शव बरामद किया गया। यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई, और स्थानीय लोगों में चिंता और डर का माहौल बन गया।

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इसे फिलहाल एक हादसे के रूप में देखा जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, संभावना है कि बच्चा खेलते-खेलते खदान के पास चला गया होगा और संतुलन बिगड़ने से पानी में गिर गया होगा। हालांकि, परिवार इस थ्योरी को मानने के लिए तैयार नहीं है।

परिजनों ने दावा किया कि बच्चे के सिर पर चोट के गंभीर निशान थे, और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। यह संकेत करता है कि मामला सिर्फ डूबने का नहीं, बल्कि कुछ और भी हो सकता है। स्थानीय लोग भी इस दावे का समर्थन कर रहे हैं और पुलिस से गहन जांच की मांग कर रहे हैं।

बच्चे के माता-पिता का कहना है कि उनका बेटा स्वाभाविक रूप से पानी के पास खेलने नहीं जाता था। वह बहुत ही समझदार था और कभी भी खतरनाक स्थानों पर नहीं जाता था। इसलिए, उनके अनुसार, यह संभव नहीं है कि वह खुद ही खदान में गिर गया होगा।

इसके अलावा, बच्चे के शरीर पर मिले चोटों के निशान और मुंह से झाग निकलने की बात हत्या की आशंका को और मजबूत करती है। परिवार का कहना है कि यह एक सोची-समझी साजिश हो सकती है और पुलिस को इसे केवल एक दुर्घटना मानकर जांच बंद नहीं करनी चाहिए।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह खदान काफी खतरनाक है और पहले भी यहां दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। बावजूद इसके, प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

कुछ स्थानीय लोगों का मानना है कि इलाके में असामाजिक तत्व सक्रिय हैं, और बच्चे के साथ किसी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इसलिए, वे मांग कर रहे हैं कि पुलिस इस मामले की गहराई से जांच करे और हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे।

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बच्चा केवल डूबा होता, तो सिर पर चोट और मुंह से झाग निकलने जैसे लक्षण नहीं होते। ये संकेत किसी अन्य तरह की घटना की ओर इशारा करते हैं, जैसे कि–

किसी ने बच्चे के सिर पर वार किया हो और फिर उसे खदान में फेंक दिया हो।
किसी जहरीले पदार्थ के कारण उसकी मौत हुई हो, और बाद में उसे पानी में डुबो दिया गया हो।
यह किसी अपहरण का मामला भी हो सकता है, जिसमें बाद में हत्या कर दी गई हो।
पुलिस की आगे की जांच और चुनौतियाँ
फिलहाल, पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि बच्चे की मौत कैसे हुई। हालांकि, परिवार और स्थानीय लोग जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

पुलिस के लिए इस मामले की सच्चाई सामने लाना आसान नहीं होगा, क्योंकि–

घटनास्थल पर कोई स्पष्ट सीसीटीवी कैमरा मौजूद नहीं है।
अगर यह हत्या है, तो हत्यारे ने साक्ष्य मिटाने की कोशिश की होगी।
परिवार और स्थानीय लोग दबाव बना रहे हैं, जिससे पुलिस पर निष्पक्ष जांच का भार बढ़ गया है।
क्या प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है?
यह खदान लंबे समय से स्थानीय निवासियों के लिए खतरा बनी हुई है। प्रशासन की लापरवाही के कारण यहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। अगर इस खदान को ठीक से बंद कर दिया गया होता या इसके आसपास सुरक्षा उपाय किए गए होते, तो शायद यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।

यह घटना सिर्फ एक बच्चे की मौत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम की विफलता को उजागर करती है। अगर यह एक हत्या है, तो दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ना जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

पुलिस की जांच जारी है, और पूरा क्षेत्र इस बात की उम्मीद कर रहा है कि न्याय होगा। सवाल यह है कि क्या यह मामला सिर्फ एक दुर्घटना है, या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी हुई है? आने वाले दिनों में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के नतीजे इस गुत्थी को सुलझाने में मदद करेंगे।

Ashish Sinha

8d301e24-97a9-47aa-8f58-7fd7a1dfb1c6 (2)
e0c3a8bf-750d-4709-abcd-75615677327f

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!