छत्तीसगढ़सरगुजा

रायपुर : सकालो प्रक्षेत्र के कुक्कुट एवं उनके उत्पादों का किया जा रहा सुरक्षित डिस्पोजल : बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशु चिकित्सा विभाग की कार्यवाही

reporter ashish sinha ambikapur

रायपुर : सकालो प्रक्षेत्र के कुक्कुट एवं उनके उत्पादों का किया जा रहा सुरक्षित डिस्पोजल : बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद पशु चिकित्सा विभाग की कार्यवाही

WhatsApp Image 2025-09-25 at 3.01.05 AM

बर्ड फ्लू एवियन इनफ्लूएन्जा (एच 5 एन 1) का मामला जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद अम्बिकापुर के समीप स्थित सकालो शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा प्रक्षेत्र की लेयर मुर्गियों, चूजों एवं अण्डों के सुरक्षित निस्तारण की कार्यवाही शुरू कर दी है। उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. एन.पी सिंह ने बताया है कि प्रक्षेत्र सहित एक किलोमीटर की परिधि को इन्फेक्टेड जोन तथा 10 किलोमीटर की परिधि को सर्विलेंस जोन घोषित किया गया है। सकालो प्रक्षेत्र के पक्षियों, अण्डो एवं इन्फेक्टेड खाद्यान्न, औषधि, टीकाद्रव्य के डिस्पोजल के साथ ही एवं पूरे प्रक्षेत्र को डिसइन्फेक्टेड करने की कार्यवाही जारी है। गौरतलब है कि शासकीय प्रक्षेत्र में मृत 2 लेयर मुर्गियों के सेंपल जांच के लिए 17 फरवरी को पुणे भेजा गया था। आज जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिलते ही विभाग ने सकालो प्रक्षेत्र के कुक्कुट एवं उत्पादों का सुरक्षित डिस्पोजल किए जाने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)


    उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. सिंह ने बताया कि एक किलोमीटर की परिधि में विशेष टीम गठित कर सर्वे शुरू कर दिया गया है। सर्वे उपरांत पक्षियों का डिस्पोजल एवं निरजंतुकरण किया जाएगा और शासन द्वारा निर्धारित क्षतिपूर्ति का भुगतान भी संबंधित कुक्कुट पालकों किया जाएगा। इस दौरान 10 किलोमीटर की परिधि में आने वाले समस्त कुक्कुट एवं कुक्कुट उत्पाद का विक्रय एवं परिवहन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने बताया कि यह कार्यवाही भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान एवियन इनफ्लूएन्जा ओ.आई.ई. प्रयोगशाला भोपाल के द्वारा भारत सरकार द्वारा एवियन एनफ्लुएंजा की रोकथाम और संक्रमण के लिए संशोधित कार्य योजना 2021 के निर्धारित मापदण्ड के अनुसार की जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सकालो स्थित शासकीय कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र में 3 हजार 533 लेयर पक्षी, 18 हजार 397 चूजे, 30 हजार 265 अण्डे उपलब्ध है, जिनका सुरक्षित निस्तारण पशु चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा किया जा रहा है।

Haresh pradhan

e6e82d19-dc48-4c76-bed1-b869be56b2ea (2)

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!