
सरगुजा पुलिस की त्वरित कार्यवाही दोहरे हत्याकांड का आरोपी चंद घंटे में गिरफ्तार……………….
सरगुजा पुलिस की त्वरित कार्यवाही दोहरे हत्याकांड का आरोपी चंद घंटे में गिरफ्तार……………….
प्रार्थिया श्रीमती बंधानो देवी द्वारा 03.10.22 के सुबह 8ः00 बजे चौकी मणिपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरा छोटा बेटा बहु और नाती अपने कमरे में सोये थे, जो सुबह दरवाजा नहीं खुलने पर किसी प्रकार दरवाजा खुलवाकर बाहर जाकर देखी कि मेरे बेटे का गाड़ी मौके पर नहीं हैं और मेरे बेटे के कमरे में जाकर देखी तो मेरा बेटा और नाती बेहोश पड़े थे, खून निकल रहा था और मेरी बहू मौके से लापता हैं, इसी दौरान सरगुजा पुलिस को उदयपुर के मुटकी जंगल में एक महिला की लाश मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी, सरगुजा पुलिस द्वारा दोहरे हत्याकांड को तत्काल संज्ञान में लेकर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अजय यादव (भा.पु.से.) के सतत मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सरगुजा भावना गुप्ता (भा.पु.से.) के निर्देशन मे तत्काल आरोपी का पता तलाश कर शीघ्र गिरफ्तार करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे, इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में चार थाना प्रभारियों की तत्काल विशेष टीम गठित कर स्वयं पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने मामले की कमान संभाल रखी थी।
जो दौरान विवेचना सरगुजा पुलिस को घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य एवं परिजनों द्वारा दिए गए बयान के आधार पर मामले के संदेही को विशेष टीमो एवं साइबर सेल से प्राप्त तकनीकी सहायता के आधार पर तत्काल संदेही की पहचान कर पकड़ने का प्रयास किया जा रहा था, जो संदेही के घर ग्राम कोरजा मे पुलिस द्वारा धरपकड़ का प्रयास किया गया जो संदेही द्वारा घर में छुपा कर रखे मृतक के पल्सर वाहन को संदेही के घर से बरामद किया गया, संदेही द्वारा पल-पल अपना लोकेशन बदला जा रहा था भाग रहा था, सरगुजा पुलिस की तत्परता एवं विशेष टीमो के अथक प्रयास से संदेही को जशपुर भागते समय बस से पकड़ा गया।
प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुये आरोपी जग्गू उर्फ राकेश साकिन कोरजा थाना लखनपुर से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा बताया गया कि मृतक महिला पहले मेरी पत्नी थी जो मेरे साथ में ना रहकर मृतक के साथ पिछले 2 साल से रह रही थी, जिस कारण आरोपी रंजिश रखता था, जो आरोपी द्वारा मृतक को खूंटा से मारकर हत्या कारित करना स्वीकार किया एवं आरोपी द्वारा बच्चे को भी खुटा से मारा गया था, जिसका इलाज अभी चल रहा हैं, बाद में आरोपी द्वारा मृतक महिला को उदयपुर के मुरता जंगल ले जाकर अनाचार करना और बाद में हत्या कारित करने पश्चात शव को पेड़ से टांग देना बताया, घटना पश्चात आरोपी उदयपुर से भागकर अंबिकापुर आया और बस पकड़ कर जशपुर की ओर भाग रहा था, जो सरगुजा पुलिस की तत्परता से आरोपी को पकड़कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है, आरोपी द्वारा अपराध घटित करना स्वीकार किए जाने पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाता है।
संपूर्ण मामले में थाना प्रभारी अंबिकापुर रुपेश नारंग, थाना प्रभारी उदयपुर धीरेन्द्रनाथ दुबे, मणिपुर चौकी प्रभारी सरफराज फिरदौसी, सहायक उपनिरीक्षक भूपेश सिंह, प्रभात सिंह, विवेक पांडे, प्र.आर. विपिन तिवारी, प्र.आर. सतीष सिंह, मनोज लकड़ा, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, अतुल शर्मा, सुरेश गुप्ता, आशीष चौहान, निर्मल भगत, इम्तियाज, अमित विश्वकर्मा, बृजेश राय, सीनू फिरदौसी, अतुल सिंह, विकास सिंह, एवं साइबर सेल से प्र. आर. भोजराज पासवान, सुधीर सिंह, आर. रमेश राजवाड़े, विकाश मिश्रा, जितेश साहू, अशोक यादव, रुपेश महंत, सैनिक संतोष पाठक शामिल रहे।