
भाजपा नेता यूपी पुलिस कमिश्नरेट को ‘कमीशन रेट’ कह रहे हैं, जबकि असल में यह ‘भ्रष्टाचार रेट’ बन चुका है: अखिलेश
भाजपा नेता यूपी पुलिस कमिश्नरेट को ‘कमीशन रेट’ कह रहे हैं, जबकि असल में यह ‘भ्रष्टाचार रेट’ बन चुका है: अखिलेश
लखनऊ// उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेता पुलिस कमिश्नरेट को “कमीशन रेट” कह रहे हैं, लेकिन वास्तव में यह “भ्रष्टाचारी” हो गया है।
यादव की यह टिप्पणी आगरा कैंट से भाजपा विधायक जी एस धर्मेश द्वारा लिखित बयान में आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था, “आगरा की पुलिस कमिश्नरेट नहीं, बल्कि कमीशन रेट है।” सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने एक बयान में यादव के हवाले से कहा, “उत्तर प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस का भाजपा का दावा झूठा साबित हुआ है।
भाजपा नेता, अधिकारी, विधायक खुद स्वीकार करते हैं कि राज्य में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है। इतना भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं हुआ।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को अब “अपनी सरकार और प्रशासन के कुशासन को स्वीकार कर लेना चाहिए, क्योंकि अब भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेता और जनप्रतिनिधि कह रहे हैं कि सरकार और प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है।” यादव ने बयान में कहा कि भाजपा नेता पुलिस कमिश्नरेट को ‘कमीशनखोर’ बता रहे हैं।
भाजपा राज में कमिश्नरेट वास्तव में ‘भ्रष्टाचारी’ बन गया है। अपने बयान में धर्मेश ने कहा कि वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी और कुछ एसीपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की छवि को खराब कर रहे हैं। भू-माफिया और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय वे उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।
भाजपा के जिम्मेदार कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। पुलिस की कमजोर पैरवी के कारण अपराधी, बलात्कारी और भू-माफिया लगभग हर रोज बरी हो रहे हैं। एक सप्ताह पहले छत्ता थाने की पुलिस ने एक अपराधी को पकड़ा, जिसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट था और दो दिन बाद उसे थाने से छोड़ दिया गया।
आखिर इंस्पेक्टर ने अपराधी को किसके आदेश पर छोड़ा? धर्मेश ने पूछा। धर्मेश ने अपने लिखित बयान में कहा, “आगरा में पुलिस कमिश्नरी नहीं, बल्कि कमीशनखोरी है।” यादव ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं है और भाजपा सरकार ने प्रदेश को अराजकता की ओर धकेल दिया है। “भ्रष्टाचार, बजट की लूट, निर्दोषों पर झूठे मुकदमे, फर्जी मुठभेड़, बढ़ते अपराधों के कारण प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। इसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार जिम्मेदार है।” सपा प्रमुख ने कहा, “पुलिस प्रशासन मनमानी पर उतारू है। भाजपा सरकार ने अपने सात साल के शासन में ऐसा माहौल बना दिया है कि आज कोई भी व्यक्ति सुरक्षित महसूस नहीं करता।” यादव ने आरोप लगाया, “असली अपराधियों और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय गरीबों और निर्दोषों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें परेशान किया जा रहा है।”