
दिल्ली विधानसभा में नया नेतृत्व: आतिशी बनीं नेता प्रतिपक्ष
“दिल्ली विधानसभा में नया नेतृत्व: आतिशी बनीं नेता प्रतिपक्ष”
दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) ने आतिशी को नेता प्रतिपक्ष चुना है। रविवार को हुई विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया। AAP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने इसकी घोषणा की और कहा कि आतिशी विपक्ष की भूमिका में सरकार से जनता से किए गए वादों को पूरा करवाने की जिम्मेदारी निभाएंगी।
आतिशी ने अपने चयन के बाद कहा कि वे एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाएंगी और भाजपा सरकार से उनके चुनावी वादों को पूरा करवाने के लिए दबाव बनाएंगी। उन्होंने विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपये महीना देने के वादे को पूरा कराने की बात कही।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बहुमत हासिल किया। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आतिशी ने कहा कि उनकी पार्टी रचनात्मक विपक्ष के रूप में काम करेगी और सरकार की जवाबदेही तय करेगी।
दिल्ली की राजनीति में आतिशी का प्रभाव और योगदान
आतिशी आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेताओं में से एक हैं और दिल्ली की राजनीति में शिक्षा सुधारों से अपनी अलग पहचान बनाई है। उनका राजनीतिक सफर 2013 में AAP से जुड़ने के बाद शुरू हुआ। शिक्षा के क्षेत्र में उनके कार्यों ने उन्हें एक प्रभावी नेता के रूप में उभारा।
राजनीतिक सफर और भूमिका
2015 से 2018 तक, आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा सलाहकार रहीं और सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे के सुधार, पाठ्यक्रम विकास और शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। उनके प्रयासों से सरकारी स्कूलों के नतीजे बेहतर हुए और उन्हें निजी स्कूलों के समकक्ष माना जाने लगा।
2019 में, उन्होंने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। हालांकि, उनके चुनावी अभियान में शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दे प्रमुख थे, जिससे उनकी पहचान और मजबूत हुई।
2020 में, उन्होंने कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव जीता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं।
अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद, उन्होंने AAP की ओर से पार्टी और सरकार का नेतृत्व संभाला। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देने और सरकार के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने में अहम भूमिका निभाई।
दिल्ली की राजनीति पर प्रभाव
आतिशी ने शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार किए, जिससे दिल्ली सरकार के स्कूलों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।
उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर भी काम किया, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी।
हाल के वर्षों में AAP में उनका कद तेजी से बढ़ा और वह पार्टी की निर्णय लेने वाली समिति (PAC) की महत्वपूर्ण सदस्य बनीं।
भविष्य की संभावनाएं
नेता प्रतिपक्ष के रूप में, आतिशी अब दिल्ली सरकार की नीतियों पर नजर रखेंगी और सरकार को उसके वादों के लिए जवाबदेह बनाएंगी। उनके नेतृत्व में AAP एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार दिख रही है।