
कांग्रेस नेताओं पर ED की कार्रवाई को लेकर CM बोले- अधिकारियों और नेताओं को फंसा रही ED, कोर्ट की शरण में जाएंगे
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, केंद्रीय जांच एजेंसियों को दलगत राजनीति से ऊपर होकर काम करना चाहिए था, लेकिन यह राजनीतिक लाभ-हानि के हिसाब से काम कर रही है। जबकि रमन सिंह और उसके परिवार के मामले में पूरे साक्ष्य ईडी के पास है। इसके बाद ही नान और चिटफंड मामले में ईडी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सीएम ने कहा, ईडी ने सोमवार के छापे के बाद कोई जब्ती नहीं दिखाई। यहां के लोगों को प्रताड़ित करने और परेशान करने के उद्देश्य से छापा मारा गया था।
टीम ने डेरा डाला
ईडी की टीम छापेमारी के बाद रायपुर के एक होटल में अभी भी डेरा डाले हुए है। वहां बैठक का आयोजन भी करने की जानकारी मिली है, इसमें स्थानीय अधिकारियों के साथ ही मुंबई और दिल्ली से पहुंची टीम की सदस्य भी शामिल हुए। इस दौरान तलाशी में मिले दस्तावेजों की समीक्षा कर संदेह के दायरे में आने वाले आधा दर्जन लोगों नाम पर चर्चा भी हुई। बताया जाता है कि इनकी भूमिका की जांच करने के लिए कुछ स्थानों पर टीम को भेजने के साथ ही उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया जा सकता है।
मूणत की संपत्ति पर उठाए सवाल
सीएम ने कहा, राजेश मूणत ईडी के प्रवक्ता बने हुए है। मूणत जब छत्तीसगढ़ आए तब उनके पास क्या था? पुराना प्रिंटिंग प्रेस और पुरानी मोटरसाइकिल थी। अभी करोड़ों रुपए की इनकम कहां से आ गई। परिवार की शादी में करोड़ों फूंक रहे हैं। उनके यहां छापा क्यों नहीं पड़ता।
शिकायत के बाद भी केंद्र सरकार ने नहीं की कार्रवाई
लोगों की सुरक्षा बढ़ाने पर सीएम ने कहा, ईडी लगातार परेशान और प्रताड़ित कर रही है। पीड़ित पक्ष ने आवेदन भी दिए। केंद्र सरकार को भी हमने अवगत कराया है। केंद्र सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। अब न्यायालय की शरण में जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
ईडी की टीम कांग्रेस नेताओं के ठिकानों से दस्तावेज जब्त कर लौटी
आरपी सिंह से पूछताछ कर सुबह रिहा किया
ईडी की टीम रायपुर, भिलाई, बिलाईगढ़, धमतरी और खरोरा स्थित 15 घर और दतर की जांच करने के बाद देर रात लौटी। भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव, बिलाईगढ़ चंद्रदेव राय, प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह, खनिज निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन, विनोद तिवारी और धर्मेन्द्र यादव के ठिकानों की तलाशी के दौरान बड़ी संया में दस्तावेजों को जब्त किया गया है। वहीं कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल के यहां की कार्रवाई मंगलवार शाम 6 बजे तक चलती रही।बताया जाता है कि छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेजों पर संदेह होने पर कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह को पूछताछ के लिए ईडी दतर लाया गया, जहां करीब 10 घंटे पूछताछ कर बयान लिया गया। इसके बाद उन्हें सुबह करीब 5 बजे छोड़ दिया गया। साथ ही पूछताछ के लिए बुलवाए जाने पर उपस्थिति दर्ज कराने कहा। बताया जाता है कि ईडी के अधिकारी तलाशी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों की रातभर पचपेड़ी नाका स्थित दतर में स्क्रूटनी करते रहे। इसके आधार पर एक लिस्ट भी बनाए जाने की जानकारी मिली है। इसमें संदेह के दायर में आने वाले कुछ अन्य लोगों को नाम बताए जाते है।