
Stock Market में कोहराम, Investors के 4 लाख करोड़ डूबे, जानिए Sensex और Nifty ने क्यों मचाई तबाही ?
फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका के बीच बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट आई. बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 927.74 अंक या 1.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,744.98 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई का NIFTY 272.40 अंक या 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 17,554.30 पर बंद हुआ।अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेस के शेयर बुधवार को 11.05 प्रतिशत गिरकर 1,397.5 रुपये पर आ गए. इसी तरह अडानी पोर्ट्स का शेयर भी 7.24 फीसदी गिरा. ग्रासिम बजाज फाइनेंस और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में भी 2.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई।NIFTY पर सिर्फ दो शेयर हरे निशान के साथ बंद हुए. आईटीसी का शेयर 0.50 फीसदी और बजाज ऑटो का शेयर 0.26 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ।
वैश्विक बाजार में भारी बिकवाली
वॉल स्ट्रीट पर मंगलवार को काफी गिरावट देखने को मिली. एस एंड पी 500 दो फीसदी तक टूटा. यह दिसंबर के बाद से इंडेक्स में दर्ज की गई सबसे बड़ी गिरावट है. इसी तरह नैस्डैक 2.5 फीसदी टूटा. अन्य भारतीय शेयरों पर भी दबाव देखा गया. जापान के निक्केई में 1.34 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. इसका असर घरेलू शेयर बाजार पर जरूर देखने को मिला।
भू-राजनीतिक तनाव
रूस और यूक्रेन के बीच जंग को अब एक साल होने जा रहा है. इस समय रूस और यूक्रेन के बीच काफी तनाव है. हाल के घटनाक्रमों से निवेशकों का भरोसा भी कमजोर हुआ है।
फेड रिजर्व का डर
ट्रेडर्स फेड रिजर्व मीटिंग के ब्योरे के जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. यह फेड रिजर्व द्वारा भविष्य में ब्याज दरों में वृद्धि का संकेत देता है. इसका काफी असर दुनिया भर के बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है।
अडानी ग्रुप के शेयरों की स्थिति
अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का सिलसिला थम नहीं रहा है. अदानी एंटरप्राइजेस के शेयरों में 8 फीसदी तक की गिरावट देखी गई. इसका असर घरेलू शेयर बाजार के निवेशकों के मूड पर भी देखने को मिला।
RBI Minutes व्यापारी आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के ब्योरे का इंतजार कर रहे है. इससे केंद्रीय बैंक के मिजाज का अंदाजा लगाया जा सकता है।