
प्रकाश शर्मा/ ब्यूरो चीफ/ कोरिया/चर्चा कॉलरी…… कोयला खदानों में कोयला उत्पादन में अहम भूमिका निभाने वाले माइनिंग सरदार ओवरमैन शॉर्टफायर के संगठन इनमौसा में चर्चा कॉलरी में संडे ड्यूटी का बहिष्कार किया और विरोध स्वरूप 1क्ष6 अप्रैल रविवार के दिन संगठन का कोई भी सदस्य काम पर नहीं गया गौरतलब है कि 31 मार्च तक कोयला उत्पादन का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रबंधन द्वारा समस्त माननीय सरदार ओवरमैन कर्मचारियों को लगातार संडे ड्यूटी दी जाती थी संडे ड्यूटी में कर्मचारियों को 2 गुना वेतन मिलता है कर्मचारी भी संडे ड्यूटी के ओवरटाइम के लालच में मन लगाकर काम करते हैं charcha ईस्ट खदान को 10 लाख 50 हजार टर्न टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया था इसके विपरीत कर्मचारियों ने अथक प्रयास कर 11 लाख टर्न कोयला का उत्पादन किया गया मार्च का महीना खत्म होते ही प्रबंधन द्वारा एलएल की कटौती की गई इसके बाद पश्चात चार्जिंग की कटौती की गई इतना सब होने के बावजूद प्रबंधन ने एक और आदेश जारी कर कहां की जिन लोगों की 1 सप्ताह में ड्यूटी 3 दिन से कम होगी उसे संडे ड्यूटी नहीं दी जाएगी इस प्रकार लगातार कटौती करने के प्रति खदान में काम कर रहे इनमौसा संगठन के सदस्यों ने आपत्ति जाहिर की संगठन के सदस्यों का कहना था की माइन्स एक्ट सेक्शन 37 के तहत मंथली रेटेड कर्मचारी माइनिंग सरदार व ओवर मैन इमरजेंसी स्टाफ की श्रेणी में आते हैं सप्ताह के कार्य के दौरान उसी सप्ताह में रेस्ट लेने की बाध्यता नहीं रहती यह कर्मचारी 3 महीने की अवधि में अपने सहूलियत के अनुसार रेस्ट ले सकते है कोविड-19 के दौरान जान जोखिम में डालकर कार्य करने के बावजूद प्रबंधन की ओर से माइनिंग स्टाफ को प्रताड़ित किया जा रहा है प्रबंधन की इस प्रकार की कार्यवाही से माइनिंग सर स्टाफ के आत्मसम्मान को क्षति पहुंचती है माइनिंग स्टाफ के साथ कैटेगरी 1 से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है जो कि पूर्णता गलत है माइनिंग स्टाफ को ओवरटाइम बेसिक का 25% होना चाहिए किंतु प्रबंधन की ओर से 20% से भी कम दिया जा रहा है खदान में माइनिंग सरदार व ओवर मैन लगातार 8 घंटे कार्य करते हैं जबकि कई अधिकारी पैनल में मात्र 1 घंटे बैठकर बाकि टाइम बेल्ट लाइन ठंडी हवा लेने में लग जाते हैं जबकि डीजीएमएस के निर्देशों के तहत कार्य के दौरान इन अधिकारियों को उपस्थित रहना अनिवार्य है खदानों में नाइट शिफ्ट कि ड्यूटी में सुबह 5 बजे से 7 बजे तक ओवरटाइम चलता है इस दौरान शिफ्ट इंचार्ज 5 बजे खदान से निकल जाते हैं ऐसी स्थिति में माइनिंग सरदार वह परमेन की खदान का संचालन करते है चर्चा ईस्ट खदान में 2 पैनल 114 लेवल वेस्ट व 97 लेवल ईस्ट चल रहे हैं नियमानुसार ऐसी स्थिति में दो शिफ्ट इंचार्ज रहने चाहिए किंतु शिफ्ट इंचार्ज गायब रहते हैं मेहनत करने वाले कर्मचारियों की कद्र नहीं रह गई उत्पादन लक्ष्य पूरा होते ही अधिकारियों के द्वारा हमें दूध में पड़ी मक्खी की तरह बाहर कर दिया गया।