
वर्ष 2030 तक देश से टी बी को नष्ट करना भारत का लक्ष्य

प्रदेश खबर बिश्रामपुर -देश से 2030 तक टी बी बीमारी को उन्मूलन दूर करने के लिए कई कदम उठाकर कार्य किए जा रहे हैं ।हम सबको इस बीमारी को दूर करने के लिए मिलजुल कर प्रयास करने की आवश्यकता है। टीवी बीमारी छुआछूत की बीमारी नहीं है और न ही लाइलाज बीमारी है इसका इलाज अब सरल हो गया है जरूरत है सजगता का।
उक्त उदगार एसईसीएल बिश्रामपुर के केंद्रीय चिकित्सालय में विश्व टी बी दिवस के अवसर पर आयोजित एक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के आसंदी से सीएमओ डॉक्टर एस प्रमाणिक ने संबोधित करते हुए कही।
सीएमओ डॉक्टर प्रमाणिक ने आज विश्व टी बी दिवस के अवसर पर टीवी बीमारी पर प्रकाश डालते हुए कहा किआज ही के दिन 24 मार्च 1882 को जर्मन वैज्ञानिक रॉबर्ट कोच ने टी बी के बैक्ट्रिया की खोज की थी। विश्व स्वास्थ संगठन का लक्ष्य है की 2030 तक विश्व से टी बी को मिटा देना है और हमारे प्रधान मंत्री मोदी ने भी लक्ष 2030 तक भारत से टी बी को खत्म कर देने का लक्ष्य रखा है ।इस अवसर पर आदिम जाति कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सीनियर शिक्षक राति पाल मिश्रा एवं राज कुमार पब्लिक स्कूल के प्राचार्य संजीव सिंह सहित विद्यालय के अधिकांश शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डा.पी सी मिश्रा उप मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने विस्तार से टी बी के बारे में लोगों को टीबी से बचने के उपाय पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि टीवी छुआछूत की बीमारी नहीं है। मरीज से दूरी बनाने की आवश्यकता नहीं है। टीबी हो जाने पर सही उपचार हो जाने से यह पूर्णतह ठीक हो जाता है।इलाज छह महीने तक लगातर चलता है।इस दौरान इलाज सभी को मुफ्त मिलती है साथ ही गरीबों को 500 रु महीना भी दिया जाता है ,जिससे वह पोषक पदार्थ खरीद सके । कार्यक्रम संचालन डॉक्टर अब्दुल कलाम ने किया जबकि स्वागत उद्बोधन प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर विवेकानंद सिंह और आभार प्रदर्शन मट्रोन श्रीमती मंजुला मंडल ने किया।
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