
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश खबर प्रमुख छत्तीसगढ बिश्रामपुर क्षेत्र में बढ़ते संक्रमण की संख्या एवं करो ना कड़ी को तोड़ने के लिए एक तरफ जहां प्रशासन पूरी तरह से दमखम से मैदान में उतरा है तो वही नगर के व्यापारी प्रशासन को सीधा चुनौती देते हुए लॉकडाउन के नियमों को भक्ता बताने के लिए ठान ली है जिस पर नकेल कसने के लिए आज जिला प्रशासन पुलिस बल के साथ ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए नगर की कई दुकानों को सील कर ठोका गया जुर्माना प्रशासन व पुलिस की मुस्तैदी से अब तक नगर में 1 दर्जन से अधिक दुकानों को सील किया जा चुका है परंतु दुकानदार जुर्माना भरने एवं लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने को तैयार।
विश्वव्यापी कोरोना महामारी संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिले भर में लॉकडाउन लगाया गया है। जिसके तहत कुछ शर्तों के साथ कुछ ढील बरती गई है। वही शनिवार एवं रविवार को जिले भर में सख्त लॉक डाउन की घोषणा सूरजपुर कलेक्टर रणवीर शर्मा के द्वारा किया गया है परंतु लॉकडाउन को लेकर एवं कोरोना संक्रमण के खतरे को हल्के में ले कर नगर के कतिपय दुकानदार अपनी दुकानें चोरी छुपे अपना व्यापार चलाते आ रहे हैं। जिसकी शिकायत काफी समय से प्रशासन को मिल रही थी। आज सूरजपुर अपर कलेक्टर एस एन मोटवानी, पील्खा नायब तहसीलदार अमित केरकेट्टा, थाना प्रभारी सुभाष कुजुर, नगर पंचायत सीएमओ यूफ्रेसिया एक्का स्वच्छता निरीक्षक अरविंद यादव सहित राजस्व अमले की संपूर्ण टीम लॉक डाउन का जायजा लेने नगर में निकले थे। इस दौरान उन्हें नगर की कई दुकानें क्रमशः वीजय फ़ोटो स्टूडियो,श्रीमान वस्त्रालय, ,स्वागत इलेक्ट्रॉनिक एवं बर्नवाल किराना दुकान का शटर खुला पाए जाने पर एवं दुकानदारी चलाया जाने के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए दुकानों को सील किया साथ ही प्रत्येक दुकानों को पांच 5-5 हजार का जुर्माना भी ठोका गया। जबकि इससे पूर्व नगर के जया डेरी , जलतरंग होटल, मनोज किराना स्टोर, खुशबू जनरल स्टोर ,पायल श्रृंगारिका, ओम साईं राम किराना स्टोर सही सहित एक दर्जन से ऊपर दुकानों को सील एवं हजारों रुपए के जुर्माना लगाया जा चुका है । यह बताना आवश्यक है कि ग्राम पंचायत शिवनंदनपुर नगर पंचायत शिवनंदन पुर के द्वारा शनिवार एवं रविवार को संपूर्ण लॉक डाउन होने की मुनादी लगातार करवाई जाती हैइसके बावजूद इसके भी कतिपय दुकानदार लॉक डाउन के नियमों की लगातार धज्जियां उड़ा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यदि यही हाल रहा तो 31 मई तक लगा लॉकडाउन आगे बढ़ने की पूरी संभावना बनी हुई है जिसके जिम्मेदार जिले के व्यापारी एवं सड़कों में बेवजह संक्रमण चयन को तोड़ने वाले लोग हैं होंगे।