
फाइटर जेट, पनडुब्बी, युद्धपोत, मिसाइल ने बढ़ाई भारत की सैन्य ताकत
फाइटर जेट, पनडुब्बी, युद्धपोत, मिसाइल ने बढ़ाई भारत की सैन्य ताकत
केशरी साहू /न्यूज रिपोर्टर/नई दिल्ली, आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है। हमारी सेना के शौर्य और पराक्रम की चर्चा पूरी दुनिया में होती है। बीते कुछ महीनों या सालों में भारत की सैन्य ताकत तेजी से बढ़ी है। फ्रांस से खरीदे गए लड़ाकू विमान ‘राफेल’ की पूरी खेप भारत को मिल चुकी है। आईएनएस विक्रांत और मोरमुगाओ जैसे आधुनिक और स्वदेशी युद्धपोत भारतीय सेनाओं का हिस्सा हैं। वागीर पनडुब्बी और कई मिसाइलों ने भी भारत की सैन्य क्षमता में इजाफा किया है। बीते वर्ष दिसंबर में फाइटर जेट राफेल की अंतिम किस्त भारत पहुंची। इसी के साथ ही भारत फ्रांस के बीच हुआ राफेल सौदा पूरा हो गया। भारत और फ्रांस के बीच कुल 36 राफेल फाइटर जेट को लेकर सौदा हुआ था और अब भारत को सभी 36 राफेल मिल चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, राफेल लड़ाकू विमानों का एक स्क्वाड्रन पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा और उत्तरी सीमा की निगरानी के लिए है। जबकि एक दूसरा अन्य स्क्वाड्रन भारत की पूर्वी सीमा क्षेत्र की निगरानी के लिए है। रक्षा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि राफेल डील पूरी होने से भारतीय वायुसेना की ताकत में बड़ा इजाफा हुआ है। विशेष रूप से ऐसे समय में जब चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर तनाव और संघर्ष छिड़ा है। एक अन्य बड़ी उपलब्धि के अंतर्गत रक्षा मंत्रालय ने इसी वर्ष भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स के लिए मॉड्यूलर पुलों के 41 सेट के स्वदेशी निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है। यह पुल नहरों एवं खाइयों जैसी विभिन्न प्रकार की बाधाओं पर काबू पाने में सक्षम है।
इन बहुउपयोगी एवं परिवर्तनकारी पुलों को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा डिजाइन तथा विकसित किया गया है। मॉड्यूलर पुलों को लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) द्वारा डीआरडीओ-नामित उत्पादन एजेंसी के रूप में तैयार किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक मॉड्यूलर ब्रिज की खरीद के लिए 8 फरवरी, 2023 को एलएंडटी के साथ 2,585 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत पर अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मॉड्यूलर ब्रिज के प्रत्येक सेट में 8 गुणा 8 हैवी मोबिलिटी व्हीकल पर आधारित सात कैरियर व्हीकल और 10 गुणा 10 हेवी मोबिलिटी व्हीकल पर लगने वाले दो लॉन्चर व्हीकल शामिल होंगे।











