गरियाबंदछत्तीसगढ़राज्य

पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण जरूरी तभी भावी पीढ़ी रहेगी सुरक्षित – श्रीमति लोकेश्वरी नेताम

पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण जरूरी तभी भावी पीढ़ी रहेगी सुरक्षित – श्रीमति लोकेश्वरी नेताम

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विश्व पर्यावरण दिवस पर वन विभाग द्वारा आत्मानंद स्कूल मैनपुर में किया गया ग्राफ्टेड फलदार पौधों का वृक्षारोपण

मैनपुर – आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन परिक्षेत्र मैनपुर द्वारा स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत गरियाबंद के वन सभापति श्रीमति लोकेश्वरी नेताम, विशेष अतिथि प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि हेमसिंह नेगी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव, युवा कांग्रेस अध्यक्ष शाहिद मेमन, महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रियंका कपिल, कांग्रेस महामंत्री गेन्दू यादव, पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष खेलन साहू, इम्तियाज मेमन, सरपंच जाड़ापदर हरचंद ध्रुव, प्राचार्य विश्राम नागेश, वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर संजीत मरकाम एवं बड़ी संख्या में वरिष्ठजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की छायाचित्र की पूजा अर्चना कर किया गया। इस मौके पर जिला पंचायत गरियाबंद के सभापति लोकेश्वरी नेताम ने कहा आज के परिवेश में पौधारोपण बहुत जरूरी है और पौधारोपण के बाद उसे सुरक्षित रखने के लिए उसका संरक्षण और संवर्धन किया जाना है। कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि हेमसिंह नेगी ने कहा हमारा यह क्षेत्र घने जंगलो से घिरा हुआ क्षेत्र है जिसके चलते यहां के लोगो को अन्य क्षेत्रो की अपेक्षा शुद्ध और अच्छा वातावरण मिलता है लेकिन आज हम सबको संकल्प लेने की जरूरत है कि क्षेत्र के जंगलो को सुरक्षित रखने के लिए सामुहिक प्रयास किया जाना जरूरी है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव, युवा कांग्रेस अध्यक्ष शाहिद मेमन, गेन्दू यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वन एवं वन्यजीव की संरक्षण संवर्धन पर जोर दिया।

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छत्तीसगढ़ शासन 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मना रहा है एक अनूठी पहल करते हुये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा फलदार पौधों का वृक्षारोपण आत्मानंद स्कूलों में कराने का निर्णय लिया गया है स्वामी आत्मानंद महान व्यक्ति थे, जो शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय समाज सुधारक रहे हैं। उन्हीं को समर्पित करते हुये छत्तीसगढ़ शासन ने शिक्षा प्रणाली को सुदृढ करने के लिये क्रमबध्द तथा आधुनिक शिक्षा के तौर-तरीकों को लागू करते हुये आत्मानंद स्कूलों की स्थापना वर्ष 2021-22 के शैक्षणिक सत्र से शुरू की है। विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वनमंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री वी श्रीनिवास राव के मार्गदर्शन में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के आत्मानंद स्कूलों में फलदार पौधों का वृक्षारोपण का शुभारंभ किया जा रहा है। शासनादेश के परिपालन में मुख्य वन संरक्षक श्री जे.आर. नायक एवं वनमंडलाधिकारी मणिवासगन एस. के निर्देश पर विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन परिक्षेत्र मैनपुर अन्तर्गत आत्मानंद स्कूल में ग्राफ्टेड फलदार पौधा आम, अमरूद, कटहल, बेल, आंवला, आदि प्रजातियों के पौधा का रोपण किया गया। विश्व पर्यावरण दिवस को 50 वर्ष पूर्ण करने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आत्मानंद स्कूलों में फलदार वृक्षारोपण के माध्यम से की जा रही अनूठी पहल निश्चित रूप से जन मानस और स्कूली छात्रों में पर्यावरण संररक्षण के प्रति जागरूकता तो लाएगी ही, साथ ही उन्हें प्रकृति वनों, विविधता, वन्य प्राणी तथा प्राकृतिक संसाधनों के सतत् विकास और सदुपयोग के प्रति कर्तव्य-बोध भी करायेगी। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वन परिक्षेत्र अधिकारी संजीत मरकाम, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी उधोराम ध्रुव, नरेश लाल नाग, मनराखन ग्वाले, लाखेश्वर ध्रुव, साहेबलाल बंजारे, गौरीशंकर प्रधान, तुमेश नागवंशी, नवीन पटेल, मुकेश, हरकराम, समारूराम, तिहारूराम, हिंगलाज, गोविंद, वेद, संतोष, बृजलाल यादव, धर्मेन्द्र, किर्तनराम पटेल एवं वन विभाग के वनाधिकारी गण, हाथी मित्र दल, सुरक्षा श्रमिक, छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2023 का मूल वाक्य, ‘‘प्लास्टिक प्रदुषण के विरूध्द समाधान है।‘‘

दुनिया भर में प्रतिवर्ष 400 मिलियन टन प्लास्टिक उपयोग किया जाता है। उसमें से मात्र आधा ऐसा है, जिसको सिर्फ एक बार ही उपयोग करने के लिये बनाया जाता है। उसका भी 10 प्रतिशत से भी कम प्लास्टिक का रिसायकिल किया जा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि 19 से 23 मिलियन टन प्रदूषित प्लास्टिक तो नदियों, झीलों तथा समुद्र में समा जाता है। आज प्लास्टिक के उपयोग के चलते पृथ्वी पर बहुत सारी स्वास्थ्यगत समस्याएं खड़ी है।

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