
भाजपा में गुटबाजी और असंतोष चरम पर, पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने राष्ट्रीय नेतृत्व को लिखा पत्र
भाजपा में गुटबाजी और असंतोष चरम पर, पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने राष्ट्रीय नेतृत्व को लिखा पत्र
रायपुर, 28 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ भाजपा में आंतरिक कलह और गुटबाजी गहराती जा रही है। पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर साय सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार में बढ़ती दलाली संस्कृति, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और गुटबाजी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
ननकीराम कंवर के पत्र से भाजपा संगठन और सरकार के बीच बढ़ते तनाव की पुष्टि होती है। उन्होंने लिखा है कि पार्टी में मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर चाटुकारों को पद दिए जा रहे हैं। 15 महीने बाद भी साय कैबिनेट का पूर्ण गठन नहीं हो पाया है, और निगम-मंडलों की नियुक्तियां अटकी हुई हैं, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी है।
गुटबाजी और असंतोष से जूझ रही भाजपा
ननकीराम कंवर के पत्र से यह भी स्पष्ट हुआ है कि भाजपा में अंदरूनी कलह चरम पर है। पार्टी में एक वर्ग संगठन के पुराने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर चाटुकारों को प्राथमिकता देने का आरोप लगा रहा है। इसके अलावा, आरएसएस के प्रभाव और सरकार में हस्तक्षेप को लेकर भी असंतोष बढ़ता जा रहा है।
कार्यकर्ताओं की नाराजगी, चुनावी रणनीति पर असर?
भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता सरकार की कार्यशैली से असंतुष्ट हैं। पार्टी के कई निष्ठावान कार्यकर्ताओं का मानना है कि भाजपा अब कैडर-बेस पार्टी नहीं रही, बल्कि केवल धनबल और चाटुकारिता हावी हो गई है। इसका असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है, क्योंकि कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है।
क्या केंद्रीय नेतृत्व करेगा हस्तक्षेप?
ननकीराम कंवर का यह पत्र भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए एक चेतावनी है। अब देखना होगा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय नेतृत्व इस आंतरिक असंतोष को शांत करने के लिए क्या कदम उठाते हैं। यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो भाजपा को आने वाले समय में संगठनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।