
कलेक्टर डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की प्रगति की ली समीक्षा बैठक
कलेक्टर ने जिपं सीईओ को प्रत्येक पंचायत में 2 एकड़ भूमि, सभी एसडीएम को पटवारी हल्कों में 5-5 एकड़ भूमि तथा एसडीओ फॉरेस्ट को फाॅरेस्ट गार्ड क्षेत्र में 5-5 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण कराने दिए निर्देश
गोपाल सिंह विद्रोही/ प्रदेश खबर/ प्रमुख छत्तीसगढ़/सूरजपुर कलेक्टर डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने आज मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक ली। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री राहुल देव, सूरजपुर एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा, भैयाथान एसडीएम श्री प्रकाश राजपूत, प्रतापपुर एसडीएम सी एस पैकरा, एसडीओ फॉरेस्ट बी. एस. भगत उपस्थिति रहे। ज्ञातव्य है कि पिछली बैठक में कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ को प्रत्येक पंचायत में 2 एकड़ भूमि पर सभी एसडीएम को अपने-अपने अनुविभाग के प्रत्येक पटवारी हल्कों में 5-5 एकड़ भूमि पर तथा एसडीओ फॉरेस्ट को प्रत्येक फाॅरेस्ट गार्ड क्षेत्र में 5-5 एकड़ भूमि पर उक्त योजना से वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए थे। समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने वृक्षारोपण कार्य की धीमी गति के प्रति चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को तीव्र गति से आबंटित लक्ष्यानुसार वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए। अधिकारियो ने विश्वास दिलाया कि अगली बैठक तक सभी लक्ष्यों की पूर्ति कर ली जाएगी।
बैठक में अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई। कोरोना के प्रकोप से दिवंगत हुए जिले के निवासियों को सभी विभागों की विभिन्न योजनाओं से अधिक से अधिक लाभ दिलाना है। इस दिशा में पूरी संवेदनशीलता से अधिकारियों को कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही महतारी दुलार योजना के तहत उनके बच्चों को निःशुल्क शिक्षा एवं छात्रवृत्ति जल्द से जल्द दिलाए।
कलेक्टर ने जिले में कोरोना नियनों एवं लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने सभी एसडीएम को निर्देशित किया। सभी दुकानों के सामने शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए पेंट से गोला बनवाने तथा सभी को मास्क पहनने के लिए समझाईश देने को कहा। मास्क का प्रयोग नहीं करने वाले व्यक्तियों कों पहले समझाइश दें और उसके बाद भी नियम उल्लंघन करने पर फाइन लगाने को कहा। कोरोना से बचाव एवं नियंत्रण व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रत्येक गाँव से 5 नवयुवक एवं नवयुवतियों का चयन हेल्थ वाॅरियर के रूप में किये जाने के निर्देश दिए जिनके माध्यम से हम गांव-गांव तक कोरोना नियंत्रण एवं बचाव की व्यवस्था दुरुस्त कर सकेंगे ।











