
बीकेकेएमएस बनी क्षेत्र का नंबर वन श्रमिक संगठन 22 वर्षो से बादशाहत कायम
बीकेकेएमएस बनी क्षेत्र का नंबर वन श्रमिक संगठन 22 वर्षो से बादशाहत कायम
एटक दूसरे एचएमएस तीसरे नंबर पर इंटक, सीटू को मजदूरों ने नकारा
गोपाल सिंह विद्रोही विश्रामपुर- एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र में चल रहा श्रमिक संगठनों की सदस्यता सत्यापन मे भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ ने नंबर वन यूनियन बन गई है। इस प्रकार बीएमएस 22 वर्षों तक विश्रामपुर में नंबर वन यूनियन होने का अपना रिकार्ड बनाए रखा है।
दूसरे नंबर का यूनियन एटक तथा तीसरे नंबर पर दो वर्षो तक नंबर वन रहने वाली एचएमएस इस बार भी तीसरे नंबर पर है।
जानकारी के अनुसार आज सत्यापन की तीसरे एवं अंतिम दिन भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ को कुल 1360,एटक को 1092एचएमएस को 751 इंटक को 79,और सीटू को 56 सदस्यो का समर्थन प्राप्त हुआ। आज भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ द्वारा लगातार 22वर्षों से क्षेत्र का नंबर वन यूनियन होने का गौरव प्राप्त होने पर एसईसीएल बिश्रामपुर ,बैकुंठपुर, भटगांव एवं चिरमिरी के संयुक्त महामंत्री सुजीत सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों को मेहनत प्रतिवर्ष निखरता चला जा रहा है ,जिससे मजदूरों का आपकी यूनियन पर भरोसा एवं विश्वास बना हुआ है। हम सब कार्यकर्ता मजदूरों के बीच में रहकर वर्ष भर काम करते हैं ,उनके दुख सुख के हिस्सेदार बनते हैं इसलिए संगठन पर उनका भी विश्वास बरकरार है ।हम सब मजदूर साथियों के विश्वास को कभी तोड़ने नहीं देंगे
उल्लेखनीय है कि एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र में 2885 कर्मचारी कार्यरत है जो विभिन्न संगठनों में अपनी सदस्यता फार्म भरते हैं। यहां बताना आवश्यक है कि भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ लगातार 22 वर्षों से बिश्रामपुर क्षेत्र का नंबर वन यूनियन बना हुआ है 2 वर्ष 20 17-18 में एचएमएस यूनियन बीकेकेएमएस को पीछे छोड़ कर नंबर का यूनियन बनी थी परंतु संगठन में संगठनात्मक मजबूती न रहने से लगातार तीसरे नंबर का यूनियन बन गई है। इंटक अंतिम सांसे ले रह रही है जबकि सीटू का कोई अस्तित्व नहीं दिख रहा है ।बहरहाल आज भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को गर्मजोशी से स्वागत एवं गले लग कर बधाई दी ।आज संगठन के सुजीत कुमार सिंह, महेंद्र लांडे,सुरेंद्र छूंदी राजेश सिंह, जितेंद्र सिंह, श्याम घोषाल ,अशोक सिंह, रामानंद गुप्ता ,राजेंद्र प्रधान ,रामजी यादव, अभय सिंह , सरोज सिन्हा ,सुरेंद्र सिंह गोपाल यादव ,अजय नायर संगठन को विजय दिलाने में लगे रहे।