
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना ने बदली पार्वती मिझी की ज़िंदगी, बेटियों को मिली उच्च शिक्षा की राह
छत्तीसगढ़ के धमधा गांव की पार्वती मिझी की दो बेटियों को मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत वाणिज्य स्नातक की पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता मिली। यह कहानी गरीबी से लड़कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना ने बदली पार्वती मिझी की ज़िंदगी : बेटियों के सपनों को मिली उड़ान
📍 रायपुर/धमधा, 04 जून 2025 | छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के सुंदर गांव धमधा में रहने वाली पार्वती मिझी की जिंदगी में बदलाव की बयार मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के माध्यम से आई है।
40 वर्षीय पार्वती, जो खुद गरीबी में पली-बढ़ीं, ने अपने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य देने का सपना देखा था। उनके परिवार की माली हालत अच्छी नहीं थी, लेकिन जब उनकी दो बेटियों ने 12वीं कक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की, तो उन्होंने फैसला लिया कि बेटियों की उच्च शिक्षा किसी भी कीमत पर रुकनी नहीं चाहिए।
उसी समय उन्हें पंचायत स्तर पर चल रहे श्रम संसाधन केंद्र से मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना की जानकारी मिली, जो पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की बेटियों को आर्थिक सहायता देती है। पार्वती और उनके पति ने योजना के अंतर्गत आवेदन किया और थोड़े ही समय में उन्हें स्वीकृति मिल गई।
अब उनकी दोनों बेटियाँ वाणिज्य विषय में स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं – यह उन सपनों की पहली उड़ान है, जो कभी पार्वती के लिए भी एक कल्पना मात्र थे।
“मेरी बेटियाँ अब वहाँ पहुँचेंगी जहाँ मैं कभी नहीं पहुँच सकी।” – पार्वती मिझी
यह योजना, केवल आर्थिक सहायता नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता का माध्यम बन गई है। यह दिखाता है कि एक सशक्त सामाजिक सुरक्षा ढांचा, कैसे एक सामान्य महिला को असाधारण शक्ति प्रदान कर सकता है।