
सरगुजा जिले के स्वैच्छिक संगठनों ने पद्मविभूषण सर रतन टाटा जी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि
सरगुजा जिले के स्वैच्छिक संगठनों ने पद्मविभूषण सर रतन टाटा जी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि
अम्बिकापुर/सरगुजा जिले के स्वैच्छिक संगठनों (एन जी ओ)ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र के सभा कक्ष चोपड़ापारा अम्बिकापुर में सर रतन टाटा जी के निधन के पश्चात् संगोष्ठी आयोजित कर उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र की संचालिका सुश्री विद्या दीदी ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं लेकिन समाज एवं देश के लिए कम लोग जीते हैं उन्हीं में से एक थे आदरणीय सर रतन टाटा जी हम सभी को उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिला है।
वरिष्ठ समाजसेविका सुश्री वन्दना दत्ता ने कहा कि सर रतन टाटा जी सदैव देश के लिए सोचे एवं भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान किए। वरिष्ठ समाजसेवी मंगल पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि सर रतन टाटा जी ने अद्यौगिक जगत में शीर्ष पायदान पर तो थे ही साथ ही सामाजिक क्षेत्र में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है।
साहित्यकार कवि संतोष दास सरल जी ने कहा कि विशेष कर हम सभी समाज सेवियों के लिए रतन टाटा जी एक आदर्श के रूप में हैं । उन्होंने हमेशा देश और समाज के विकास में कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों को अनुदान देकर सामाजिक सरोकार को बढ़ावा दिया। युवा समाजसेवी अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि रतन टाटा जी एक प्रतिष्ठित उद्योगपति के साथ-साथ एक अच्छे इंसान थे।हम सभी के लिए उनका जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा। समाजसेवी मनोज भारती, विजय शंकर तिवारी, उमाशंकर पाण्डेय, संतोष तिवारी, आशीष अग्रवाल, विजय उपाध्याय, विशाल शर्मा, सुनिधि शुक्ला, रश्मि सोनी, लक्की तिवारी एवं अन्य लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने -अपने विचार व्यक्त किए।