
मुंगेली में हाइवा चोरी का बड़ा खुलासा: अंतर्राज्यीय गिरोह धरा, 52.75 लाख की बरामदगी!
मुंगेली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अंतर्राज्यीय हाइवा चोरी गिरोह का भंडाफोड़, 52.75 लाख की सम्पत्ति बरामद, दो गिरफ्तार
मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में पुलिस ने हाइवा चोरी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरोह के दो मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में चोरी में इस्तेमाल की गई चारपहिया गाड़ी, पांच मोबाइल फोन और कुल 52.75 लाख रुपये की संपत्ति भी बरामद की गई है।
इस बड़े खुलासे के बाद मुंगेली पुलिस की तत्परता और अपराध नियंत्रण की दिशा में उठाए गए कदमों की जमकर सराहना हो रही है। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से छत्तीसगढ़ और अन्य पड़ोसी राज्यों में हाइवा और अन्य भारी वाहनों की चोरी की वारदातों को अंजाम देता आ रहा था।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
मुंगेली जिले में हाल ही में हाइवा चोरी की एक घटना दर्ज की गई थी। वाहन मालिक की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और इलाके में सक्रिय संदिग्ध गिरोहों पर नजर रखनी शुरू की। पुलिस ने तकनीकी सहायता, मुखबिरों की सूचना और आधुनिक जांच तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए गिरोह के सदस्यों तक पहुंच बनाई।
पुलिस ने बताया कि चोरी के बाद ये आरोपी भारी वाहनों के इंजन और चेसिस नंबर बदल देते थे, जिससे चोरी किए गए वाहनों को नए मालिकों को बेचना आसान हो जाता था। साथ ही, ये लोग वाहनों को अन्य राज्यों में भेजकर उन्हें स्क्रैप के रूप में भी बेच देते थे।
कैसे दबोचे गए आरोपी?
जांच के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो संदिग्ध व्यक्ति चोरी के वाहन को बेचने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने एक विशेष टीम गठित कर इलाके में निगरानी बढ़ा दी। जब पुलिस ने संदिग्धों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया, तो वे भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन सतर्क पुलिस टीम ने उन्हें दबोच लिया।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। उन्होंने पुलिस के सामने स्वीकार किया कि वे लंबे समय से इस गिरोह का हिस्सा हैं और कई अन्य चोरी की वारदातों में भी शामिल रहे हैं।
क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने—
चोरी का हाइवा वाहन
वारदात में प्रयुक्त चारपहिया वाहन
पांच मोबाइल फोन
कुल 52.75 लाख रुपये की संपत्ति
बरामद की है। पुलिस का कहना है कि आगे की जांच में गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
अंतर्राज्यीय नेटवर्क से जुड़े तार
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी सक्रिय था। चोरी किए गए वाहनों को ये आरोपी अलग-अलग राज्यों में भेजकर या तो बेच देते थे या फिर उनके पुर्जों को अलग-अलग स्थानों पर खपाते थे।
पुलिस की मुस्तैदी से मिली सफलता
मुंगेली पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी चाहे जितनी भी चालाकी कर लें, कानून के लंबे हाथों से बच नहीं सकते। इस पूरे मामले में पुलिस की तेजी और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल की जितनी तारीफ की जाए, कम होगी।
मुंगेली जिले के एसपी ने बताया कि यह कार्रवाई जिले में सक्रिय चोरी गिरोहों के खिलाफ जारी अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि जनता की सुरक्षा और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।
फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गिरोह के तार किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़े हैं।
मुंगेली पुलिस की इस कार्रवाई ने इलाके के व्यापारियों और वाहन मालिकों को राहत की सांस दी है। इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस लगातार चौकसी बरत रही है।
जनता को संदेश: सतर्क रहें, पुलिस की मदद करें
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। अपराध पर काबू पाने के लिए जनता और पुलिस का सहयोग बेहद जरूरी है।
मुंगेली जिले में पुलिस की इस कार्रवाई से एक बार फिर साबित हो गया कि अपराध चाहे जितना भी संगठित क्यों न हो, कड़ी निगरानी और सख्त कानून-व्यवस्था के आगे टिक नहीं सकता।