
नवा रायपुर बना आईटी हब: मुख्यमंत्री ने स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज को 33,000 वर्गफुट ऑफिस स्पेस किया आबंटित
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नवा रायपुर में स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज को आधुनिक ऑफिस स्पेस आबंटित किया। जानें कैसे छत्तीसगढ़ बन रहा है भारत का अगला आईटी हब।
नवा रायपुर को देश का अगला आईटी हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज को किया ऑफिस स्पेस आबंटित
रायपुर, 12 अप्रैल 2025छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर स्थित सीबीडी कमर्शियल टॉवर (ब्लॉक-सी) के सातवें तल पर स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज को 33,000 वर्गफुट का आधुनिक और पूरी तरह सुसज्जित ऑफिस स्पेस आबंटित किया। 11 करोड़ रुपए की लागत से तैयार यह सुविधा नवा रायपुर को भारत के नए आईटी हब के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
रोजगार के नए द्वार: 87% कर्मचारी बीपीएल परिवारों से
फिलहाल इस कंपनी में 303 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 279 छत्तीसगढ़ से ही हैं। 87% कर्मचारी गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों से हैं, जबकि 83% आरक्षित वर्ग से। इनमें 161 पुरुष और 142 महिलाएं शामिल हैं, जिससे समावेशी विकास और लैंगिक समानता का भी संदेश जाता है।
मुख्यमंत्री ने दिए ज्वाइनिंग लेटर, कहा- यह सिर्फ शुरुआत है
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने 10 नव-नियुक्त कर्मियों को प्रतीकात्मक रूप से ज्वाइनिंग लेटर सौंपे और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इसे केवल ऑफिस स्पेस का आबंटन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार से जोड़ने की एक मजबूत शुरुआत बताया।
हाई-एंड आईटी गतिविधियों के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भी स्पेस
इसी कमर्शियल टॉवर में हैदराबाद की कंपनी टेलीपरफॉर्मेंस (मुंबई) और सीएसएम (भुवनेश्वर) को भी स्थान मिला है। इन तीनों कंपनियों को कुल 75,000 वर्गफुट का ऑफिस स्पेस दिया गया है, जिससे अनुमानित 1500 से 1800 रोजगार सृजित होंगे।
नवा रायपुर: अब सिर्फ राजधानी नहीं, तकनीक का गढ़
यह पहल नवा रायपुर को आधुनिक आईटी डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने, सामाजिक समावेश, तकनीकी प्रगति और रोजगार के नए अवसर पैदा करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
इस अवसर पर आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ. पी. चौधरी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव पी. दयानंद, राहुल भगत, रजत कुमार, अंकित आनंद, और एनआरडीए सीईओ सौरभ कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
 
				 
							
													 
					
 
							
													 
							
													 
							
													
 
		 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													









