
परीक्षा परिणाम के बाद छात्रों के तनाव प्रबंधन पर वेबीनार, मनोवैज्ञानिकों और करियर काउंसलर की अहम सलाह
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल व एससीईआरटी की ओर से वेबीनार में विशेषज्ञों ने बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य व करियर चुनने की प्रक्रिया पर गहन विचार साझा किए।
रायपुर, 29 अप्रैल 2025। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल और एससीईआरटी के संयुक्त तत्वावधान में परीक्षा परिणाम के पश्चात विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के तनाव प्रबंधन को लेकर एक विशेष वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षक, मनोवैज्ञानिक और करियर काउंसलर ने सहभागिता की और महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष श्रीमती रेणु जी. पिल्ले ने वेबीनार को संबोधित करते हुए कहा कि बोर्ड परीक्षा के बाद कई विद्यार्थी मानसिक दबाव में आ जाते हैं। ऐसे समय में शिक्षकों और अभिभावकों को उनकी भावनात्मक स्थिति को समझते हुए उन्हें प्रेरित करने की ज़रूरत है।
मंडल की सचिव श्रीमती पुष्पा साहू और एससीईआरटी के अपर संचालक जे.पी. रथ ने भी कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रथ ने कहा कि यह पहल विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का एक प्रयास है।
क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. प्रीति सिंह ने ‘3-आर मॉडल’ (रिस्क, रिएक्शन, रीकरेक्टिंग) के ज़रिए तनाव प्रबंधन के व्यावहारिक उपाय बताए। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को बच्चों की असफलताओं को सहानुभूति से स्वीकार करते हुए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
करियर काउंसलर डॉ. वर्षा वरवडकर ने कहा कि करियर चयन में ‘नॉलेज, स्किल, इंटेरेस्ट, एप्टीट्यूड’ पद्धति बेहद कारगर होती है। उन्होंने सामान्य विद्यार्थियों के साथ-साथ दिव्यांग छात्रों के लिए भी करियर मार्गदर्शन की ज़रूरत पर बल दिया।
शिक्षा प्रेरक प्रशांत पांडेय ने कहा कि शिक्षा को परीक्षा तक सीमित न रखकर जीवन से जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, थॉमस एडिसन और युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी के उदाहरणों से विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
कार्यक्रम में मंडल के उप सचिव जे.के. अग्रवाल, विभिन्न जिलों के शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य, स्कूल प्राचार्य और शिक्षकगण भी शामिल हुए।