
अदाणी घोटाले पर कांग्रेस का हमला: मोदी सरकार SEC समन पर क्यों चुप?
कांग्रेस ने अदाणी समूह पर रिश्वतखोरी और बिजली सौदों में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं। जयराम रमेश ने कहा कि SEC ने भारत से कार्रवाई की मांग की, लेकिन सरकार ने चुप्पी साधी हुई है।
कांग्रेस का आरोप: अदाणी समूह को बचाने के लिए SEC समन पर चुप है मोदी सरकार
नई दिल्ली, 12 मई — कांग्रेस पार्टी ने अदाणी समूह पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अमेरिका में चल रही भ्रष्टाचार की जांच को लेकर अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (SEC) ने भारत सरकार से कई बार सहयोग मांगा, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सोमवार को दावा किया कि अमेरिकी SEC ने गौतम अदाणी और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ समन भेजने के लिए भारत सरकार से बार-बार अनुरोध किया, लेकिन अब तक केंद्र सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है।
क्या है आरोप?
कांग्रेस का कहना है कि अदाणी समूह ने भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (SECI) की सिफारिश पर विभिन्न राज्य सरकारों के साथ बिजली खरीद समझौते किए। इसके बदले कथित रूप से 2,029 करोड़ रुपये की रिश्वत देने या वादा करने की बात अमेरिकी जांच में सामने आई है।
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“20 नवंबर 2024 को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी SECI को अमेरिका में दाखिल आरोपपत्र में दोषी ठहराया गया।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दिसंबर 2024 में SECI ने निविदा प्रक्रिया में बदलाव किया, जिसे उन्होंने “भ्रष्टाचार की अप्रत्यक्ष स्वीकारोक्ति” बताया।
रमेश के मुताबिक, SECI के तत्कालीन सीएमडी — जो कि सेवानिवृत्त नौकरशाह थे — को कार्यकाल खत्म होने से पहले हटा दिया गया।
उन्होंने दोहराया:
“तमाम उच्चस्तरीय प्रयासों के बावजूद ‘मोदानी महाघोटाले’ को दबाया नहीं जा सकता।”
गौरतलब है कि अदाणी समूह इन सभी आरोपों को पूर्व में सिरे से खारिज कर चुका है।