
जशपुर चाय बगान व जलप्रपात का शैक्षणिक भ्रमण: सूरजपुर कॉलेज के छात्रों ने देखा कृषि और पर्यटन में रोजगार की संभावना
शासकीय महाविद्यालय सूरजपुर के अर्थशास्त्र विभाग के छात्रों ने जशपुर के सारूडीह चाय बगान और रानी दाह जलप्रपात का शैक्षणिक भ्रमण किया। जानिए कैसे मिला छात्रों को जैविक खेती और पर्यटन से जुड़ी जानकारी।
शासकीय महाविद्यालय सूरजपुर के अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने किया जशपुर चाय बगान व रानी दाह जलप्रपात का शैक्षणिक भ्रमण
सूरजपुर, 23 मई 2025 – शासकीय रेवती रमण मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय सूरजपुर के अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने जशपुर जिले में स्थित सारूडीह चाय बगान और रानी दाह जलप्रपात का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस शैक्षणिक यात्रा का उद्देश्य विद्यार्थियों को कृषि आधारित उद्यमिता और पर्यटन से जुड़े आर्थिक अवसरों की वास्तविक जानकारी देना था।
भ्रमण का नेतृत्व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एच. एन. दुबे के निर्देशन में, अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि पाण्डेय और सहायक प्राध्यापक आनन्द कुमार पैकरा के सहयोग से किया गया। भ्रमण में विभाग के 17 स्नातकोत्तर विद्यार्थी शामिल हुए।
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सारूडीह चाय बगान, जो जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित है, वन विभाग के सहयोग से महिला स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित है।
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इस चाय बगान में 20 एकड़ क्षेत्र में जैविक पद्धति से खेती की जाती है, जहाँ केवल केंचुआ खाद का प्रयोग होता है।
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बगान से ब्लैक और ग्रीन टी का उत्पादन होता है, जिससे महिला समूह को प्रति वर्ष 4-5 लाख रुपये की आमदनी होती है।
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विद्यार्थियों ने चाय की खेती की लागत, उत्पादन प्रक्रिया और आर्थिक लाभ की जानकारी प्राप्त की।
भ्रमण के दूसरे चरण में विद्यार्थियों ने जशपुर जिले के प्रसिद्ध रानी दाह जलप्रपात का भी अवलोकन किया, जहाँ उन्होंने पर्यटन आधारित रोजगार की संभावनाओं पर अध्ययन किया।
इस अध्ययन भ्रमण के माध्यम से विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ और उन्होंने स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग की दिशा में प्रेरणा ली।