
छत्तीसगढ़ में कोविड-19 पूरी तरह नियंत्रण में: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल
छत्तीसगढ़ में कोविड की स्थिति नियंत्रण में है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन, दवाइयां और स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था है। रायपुर में एक माइल्ड केस मिला, घबराने की जरूरत नहीं।
राज्य में कोविड-19 पूरी तरह नियंत्रण में, घबराने की जरूरत नहीं: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल
रायपुर, 24 मई 2025 – छत्तीसगढ़ में कोविड-19 की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और जनता को घबराने की आवश्यकता नहीं है। यह विश्वास दिलाया है राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम सतर्क है और संभावित केसों से निपटने के लिए बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां एवं मानव संसाधन की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला सर्वेलेन्स अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया एवं स्वास्थ्य सेवाओं की आयुक्त डॉ. प्रियंका शुक्ला ने दिशा-निर्देश जारी किए। बैठक में बताया गया कि अस्पतालों में सर्दी-खांसी, बुखार या गले में खराश वाले मरीजों की गंभीरता से जांच की जाए और जरूरत होने पर SARI (Severe Acute Respiratory Infection) मरीजों को भर्ती किया जाए।
कोविड केस मिला, स्थिति नियंत्रण में
रायपुर में एक मरीज की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है, लेकिन मरीज नियमित स्वास्थ्य निगरानी में है और किसी प्रकार की गंभीरता नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग ने इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों की सतत निगरानी का निर्देश दिया है, और इलाज के लिए सभी जिलों में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
डॉ. अंबेडकर अस्पताल में की गई तैयारियों की समीक्षा
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में संभावित कोविड प्रकरणों से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई। अस्पताल में सामान्य ओपीडी से अलग कोविड-19 ओपीडी, स्क्रीनिंग, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट की समुचित व्यवस्था की गई है। गंभीर मरीजों के लिए अलग एंट्री पॉइंट और साइनबोर्ड्स भी लगाए जा रहे हैं।
देश में भी नियंत्रण में है स्थिति
भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेस की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह स्पष्ट किया गया है कि देश में कोविड-19 की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और अधिकांश मामले माइल्ड हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता नहीं है।