
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अधिकारियों को दिया ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का रोडमैप अपनाने का निर्देश
धमतरी में समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अधिकारियों को विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को साकार करने के लिए पूर्ण समर्पण से काम करने को कहा। शिक्षा, कृषि, राजस्व और योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष निर्देश।
‘विकसित छत्तीसगढ़’ के रोडमैप पर रखें फोकस: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
रायपुर/धमतरी, 31 मई 2025। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज धमतरी में आयोजित समीक्षा बैठक में राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे ‘विकसित छत्तीसगढ़’ के विजन डाक्यूमेंट को एक रोडमैप के रूप में अपनाएं और पूरी प्रतिबद्धता से उसे धरातल पर उतारें। उन्होंने कहा कि यह केवल एक नारा नहीं बल्कि भविष्य के छत्तीसगढ़ का लक्ष्य है, जिसे सभी विभागों और अधिकारियों को मिलकर साकार करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन तिहार केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह जन-जन से सीधा संवाद और समस्याओं के समाधान की एक पहल थी, जिसे अब नियमित रूप से जारी रखा जाना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि “देरी से न्याय मिलना, न्याय नहीं मिलने के बराबर है।”
प्रमुख बिंदु:
🔹 राजस्व सुधार में लापरवाही न हो:
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व त्रुटियों के कारण आम नागरिकों को परेशानी होती है। इसमें कर्मचारियों और अधिकारियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।
🔹 डिजिटल गवर्नेंस और समय प्रबंधन:
राजस्व विभाग में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने और सक्रिय तहसीलदारों की भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवहार कुशलता और समयबद्ध कार्य प्राथमिकता होनी चाहिए।
🔹 फ्लैगशिप योजनाएं बनें प्राथमिकता:
फसल बीमा, पीएम आवास, जल जीवन मिशन जैसी योजनाओं को गंभीरता से लागू किया जाए। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि फसल बीमा योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान मिला है।
🔹 पर्यटन और शिक्षा पर भी जोर:
धमतरी और रायपुर में पर्यटन की संभावनाओं पर कार्य करने, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने तथा दंतेवाड़ा के डीईओ का उदाहरण देते हुए राज्य भर में शिक्षा को बेहतर बनाने की बात कही गई।
🔹 किसानों के लिए निर्देश:
मुख्यमंत्री ने खरीफ सीजन के लिए तैयारियों की समीक्षा की और किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने पर विशेष जोर दिया।
🔹 हर नागरिक तक पहुंचे योजनाओं का लाभ:
श्री साय ने कहा कि किसी भी योजना का असली मूल्य तभी है जब उसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक बिना बाधा के पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि “जो अच्छा काम करेंगे उन्हें इनाम, जो लापरवाही करेंगे उनकी खैर नहीं।”
बैठक में उपस्थित प्रमुख लोग:
वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, सांसद रूप कुमारी चौधरी, विधायक अजय चंद्राकर व ओंकार साहू, महापौर रामू रोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्ले, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव बसवराजू एस. सहित रायपुर और धमतरी जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।