
जांजगीर-चांपा में मनरेगा के तहत गांव-गांव में रोजगार दिवस, बढ़ी मजदूरी और जल संरक्षण पर फोकस
जांजगीर-चांपा जिले में रोजगार दिवस के आयोजन में मनरेगा मजदूरी ₹261, जल संरक्षण, "एक पेड़ मां के नाम" अभियान और ग्रामीण योजनाओं की जानकारी दी गई। महिलाओं को विशेष लाभ बताए गए।
गांव-गांव में “रोजगार दिवस” आयोजित, मनरेगा के दिशा-निर्देशों की दी गई जानकारी
जल संरक्षण और “एक पेड़ मां के नाम” अभियान पर विशेष जोर
जांजगीर-चांपा, 8 जून 2025। जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत “रोजगार दिवस” का आयोजन 7 जून को किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार, जल संरक्षण और योजनाओं की जानकारी देकर सशक्त बनाना और जागरूकता बढ़ाना है।
कार्यक्रम कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशन और जिला पंचायत सीईओ गोकुल कुमार रावटे के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। रोजगार दिवस में ग्रामीणों और जॉब कार्डधारी परिवारों को मनरेगा के दिशा-निर्देशों, योजनाओं, श्रमिक अधिकारों और मजदूरी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई।
🔹 प्रमुख जानकारी और जागरूकता बिंदु:
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“एक पेड़ मां के नाम 2.0” अभियान की जानकारी देकर ग्रामीणों को पर्यावरण सरंक्षण के लिए प्रेरित किया गया।
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“मोर गांव मोर पानी” के तहत जल संरक्षण के उपाय, नालों का गहरीकरण, पौधरोपण और वर्षा जल संचयन के महत्व को बताया गया।
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अप्रैल 2025 से मनरेगा की बढ़ी हुई दैनिक मजदूरी ₹261 की जानकारी दी गई।
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जॉब कार्ड में नाम जोड़ने, लंबित भुगतान, मजदूरी की निगरानी, और 90 दिन की मजदूरी के आधार पर आवास योजना के लाभ समझाए गए।
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महिलाओं को मातृत्व भत्ता, श्रम कार्ड, गोदी योजना और आधार मैपिंग की प्रक्रिया से जोड़ा गया।
🏡 आयोजन स्थल:
जनपद पंचायत बलौदा, अकलतरा, बम्हनीडीह, पामगढ़ और नवागढ़ के अंतर्गत औराई खुर्द, बसंतपुर, कोरबी, जाटा, अर्जुनी, कल्याणपुर, पौड़ीकला, गोधना, देवरी सहित अनेक ग्राम पंचायतों में कार्यक्रम आयोजित हुआ।
रोजगार सहायकों द्वारा मौके पर ही श्रमिकों की समस्याओं का समाधान किया गया और योजनाओं से जुड़ने हेतु उन्हें प्रोत्साहित किया गया।











