
पीएससी परीक्षा घोटाला: मूल्यांकनकर्ताओं के नाम सार्वजनिक, कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग
छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा की गोपनीयता भंग होने का मामला सामने आया। मूल्यांकनकर्ताओं के नाम सार्वजनिक होने पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला और सीबीआई जांच की मांग की।
पीएससी परीक्षा की गोपनीयता भंग, मूल्यांकनकर्ताओं के नाम सार्वजनिक
कांग्रेस बोली- भाजपा राज में पीएससी परीक्षा मजाक बनी, घोटाले की हो सीबीआई जांच
रायपुर/28 अगस्त 2025। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (पीएससी) की परीक्षा की गोपनीयता भंग होने का मामला सामने आया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार ने पीएससी को बर्बाद कर दिया है। विधानसभा चुनाव में यूपीएससी की तर्ज पर परीक्षा कराने का वादा करने वाली भाजपा ने पीएससी को मजाक बना दिया है।
उन्होंने कहा कि खबरों में सामने आया है कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए अपात्र एलबी शिक्षक और डेपुटेशन पर नौकरी करने वाले लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। यहां तक कि मूल्यांकनकर्ताओं के नाम भी सार्वजनिक हो गए हैं। बिलासपुर पीजीबीटी कॉलेज के कुछ शिक्षकों और प्राचार्य का नाम इसमें सामने आया है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा—
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गोपनीयता भंग: प्रश्न पत्र सेट करने से लेकर कॉपी जांचने तक की प्रक्रिया गोपनीय होती है, पर अब मूल्यांकनकर्ताओं के नाम समाचारों और वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
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निष्पक्षता पर संदेह: जब परीक्षकों के नाम बाहर आ गए, तो कॉपियों की निष्पक्ष जांच पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
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भाजपा की जिम्मेदारी: विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने पीएससी पर सवाल उठाए थे, अब इस गड़बड़ी पर सरकार चुप क्यों है?
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भविष्य से खिलवाड़: यह युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है और पूरी चयन प्रक्रिया संदिग्ध हो गई है।
सीबीआई जांच की मांग
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह पीएससी परीक्षाओं पर बार-बार सवाल उठते रहे हैं, उसी तरह इस मूल्यांकन घोटाले की भी सीबीआई जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब उच्च संवर्ग के पदों के लिए परीक्षा हो रही है, तब प्रक्रिया में लापरवाही और गड़बड़ी अस्वीकार्य है