
सूरजपुर का पचिरा टोल प्लाज़ा विवादों में, दुल्हन के सामने परिवार से मारपीट और ₹18 हजार की लूट
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पचिरा टोल प्लाज़ा पर विवाह से लौट रहे परिवार के साथ टोल कर्मचारियों ने मारपीट और ₹18 हजार की लूट की। दुल्हन के सामने हुई बदसलूकी से लोग गुस्से में, प्रशासन पर उठे सवाल।
पचिरा टोल प्लाज़ा बना गुंडागर्दी का अड्डा – विवाह से लौट रहे परिवार से बदसलूकी, ₹18 हजार की लूट, दुल्हन के सामने मारपीट
सूरजपुर, छत्तीसगढ़ (संवाददाता – सौरभ साहू)।
राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर स्थित पचिरा टोल प्लाज़ा एक बार फिर विवादों में है। मंगलवार की रात विवाह समारोह से लौट रहे परिवार के साथ टोल कर्मचारियों ने गाली-गलौज, मारपीट और लूट की वारदात को अंजाम दिया।
फास्टैग बैलेंस खत्म, नगद देने पर भड़के टोलकर्मी
इम्तियाज़ खान अपनी पुत्री को विवाह स्थल से लेकर लौट रहे थे। पचिरा टोल पर फास्टैग बैलेंस खत्म हुआ तो उन्होंने नगद भुगतान की पेशकश की। इस पर टोल कर्मचारी राजेश दुबे और उसके साथियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी।
दुल्हन के सामने मारपीट और लूट
विवाद बढ़ते ही टोलकर्मी हॉकी और डंडे लेकर इम्तियाज़ खान से भिड़ गए और धक्का-मुक्की करते हुए उनकी ₹18 हजार की घड़ी छीन ली। उस वक्त गाड़ी में दुल्हन और रिश्तेदार मौजूद थे।
शिकायतें अनसुनी, कार्रवाई नदारद
स्थानीय लोगों का कहना है कि पचिरा टोल पर आए दिन झगड़े, गाली-गलौज और जबरन वसूली होती रहती है। कई बार प्रशासन से शिकायतें होने के बावजूद कोई सख़्त कार्रवाई नहीं हुई।
नियमों की खुलेआम धज्जियाँ
एनएचएआई के नियमों के मुताबिक 10 सेकंड से ज्यादा इंतजार होने पर टोल माफ है, दो टोल प्लाज़ा के बीच 60 किमी दूरी जरूरी है और 20 किमी दायरे में रहने वाले स्थानीय निवासियों को छूट मिलनी चाहिए। लेकिन सूरजपुर से महज 15 किमी दूर पचिरा टोल पर इन नियमों की लगातार धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।
क्या होगी निष्पक्ष जांच?
पीड़ित ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। बाद में उन्होंने पुलिस अधीक्षक सूरजपुर को ज्ञापन सौंपा। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जांचने की बात कही है। सवाल यह है कि क्या इस बार आरोपियों पर कार्रवाई होगी या मामला फिर ठंडे बस्ते में चला जाएगा?
जनता का गुस्सा
स्थानीय लोग पचिरा टोल को “वसूली और गुंडागर्दी का अड्डा” बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी आए दिन कर्मचारियों की दबंगई के वीडियो वायरल हो रहे हैं। जनता पूछ रही है – आखिर प्रशासन कब जागेगा?