
रोजगार मेला 2025: सरकार की पहल से हजारों युवाओं को नौकरी का मौका
छत्तीसगढ़ सरकार 9-10 अक्टूबर को रायपुर में राज्य स्तरीय रोजगार मेला आयोजित कर रही है। 114 कंपनियां 10,000 युवाओं को नौकरी देने तैयार हैं।
राज्य स्तरीय रोजगार मेला: युवाओं के लिए सरकार की बड़ी पहल, 9-10 अक्टूबर को रायपुर में 10 हजार रोजगार अवसर
रायपुर/जगदलपुर, 08 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश के युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। राजधानी रायपुर में 9 और 10 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहा राज्य स्तरीय रोजगार मेला न केवल हजारों युवाओं के लिए करियर का दरवाजा खोलने वाला है, बल्कि यह प्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में भी एक नई शुरुआत मानी जा रही है।
114 कंपनियों से 10,000 पदों की संभावना
इस दो दिवसीय रोजगार मेले में कुल 114 प्रतिष्ठित सरकारी व निजी कंपनियां भाग ले रही हैं। इन कंपनियों द्वारा 8,000 से 10,000 तक के रोजगार अवसर उपलब्ध कराए जाने की उम्मीद है। इसमें तकनीकी, स्वास्थ्य, बैंकिंग, निर्माण, सर्विस सेक्टर सहित विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियां शामिल होंगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मेला छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए न सिर्फ नौकरी पाने का अवसर है, बल्कि राज्य की औद्योगिक जरूरतों और युवाओं की क्षमता के बीच सेतु बनाने की दिशा में भी एक सार्थक पहल साबित होगा।
बस्तर में आज रोजगार मार्गदर्शन शिविर
बस्तर जिले के बेरोजगार युवाओं को इस राज्य स्तरीय मेले से जोड़ने के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) बस्तर में आज 8 अक्टूबर को विशेष रोजगार मार्गदर्शन शिविर आयोजित किया गया है।
सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलने वाले इस शिविर में युवाओं को आवेदन प्रक्रिया, साक्षात्कार तैयारी और मेले में भागीदारी की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
ऑनलाइन पंजीयन जारी, युवाओं से अधिकतम भागीदारी की अपील
रोजगार विभाग ने मेले में भाग लेने के लिए ऑनलाइन पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इच्छुक युवा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। विभाग ने युवाओं से अपील की है कि वे समय रहते पंजीयन कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।
युवाओं में उत्साह, सरकार पर उम्मीदें
प्रदेश के युवाओं में इस रोजगार मेले को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। बस्तर, कोरबा, सरगुजा और जांजगीर जैसे जिलों से बड़ी संख्या में युवा रायपुर पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं।
स्थानीय युवाओं का कहना है कि अगर ऐसे रोजगार मेले लगातार आयोजित किए जाएं तो प्रदेश के भीतर ही रोजगार का बड़ा नेटवर्क तैयार हो सकता है, जिससे पलायन की समस्या में भी कमी आएगी।
रोजगार के नए अवसरों की ओर
विश्लेषकों का मानना है कि यह रोजगार मेला केवल नौकरी पाने का प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि राज्य सरकार की उस नीति का हिस्सा है जिसके तहत स्थानीय युवाओं को उद्योग और कौशल विकास से जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है।
यह पहल आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को “रोजगार उत्पादक राज्य” के रूप में पहचान दिला सकती है।