
CG Accident Report : यात्री बस पलटी, प्रशासन और सड़क सुरक्षा की समीक्षा
बीजापुर NH-63 पर तेज रफ्तार ट्रक और बस की भिड़ंत, 12 से ज्यादा यात्री घायल। सड़क सुरक्षा और प्रशासन की तैयारियों पर उठे सवाल।
बीजापुर NH-63 पर बस-ट्रक भिड़ंत: सड़क सुरक्षा पर सवाल, 12 से ज्यादा घायल
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बुधवार दोपहर नेशनल हाइवे-63 पर एक गंभीर सड़क हादसा हुआ। जय भवानी यात्री बस, जो बीजापुर से जगदलपुर जा रही थी, भैरमगढ़ के बरदेला मोड़ के पास तेज रफ्तार ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस सड़क किनारे पलट गई। हादसे में 12 से अधिक यात्री घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं और उनके छोटे बच्चे भी शामिल हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मार्ग अक्सर यात्रियों और भारी वाहनों के लिए जोखिमपूर्ण है। हादसे के बाद कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या सड़क सुरक्षा और यात्री सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे। यात्रियों में डर और हड़कंप का माहौल था। एक यात्री ने बताया, “बस पलटते ही हम सभी सदमे में थे, खासकर महिलाएं और बच्चे।”
घायलों को तत्काल भैरमगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल बीजापुर भेजा गया। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है। प्रशासन ने मौके पर राहत कार्य शुरू किया और पुलिस टीम ने ट्रक चालक की पहचान कर जांच शुरू कर दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तेज रफ्तार, लापरवाही और सुरक्षा उपायों की कमी ऐसे हादसों की मुख्य वजह है। NH-63 जैसे प्रमुख मार्गों पर स्पीड कंट्रोल, चेतावनी संकेत और सड़क किनारे बैरियर जैसी व्यवस्था होना जरूरी है। बीजापुर ट्रैफिक विभाग ने भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए और कड़े कदम उठाने की योजना है।
हादसा यह भी दिखाता है कि सड़क सुरक्षा सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यात्रियों और स्थानीय लोगों की सतर्कता पर भी निर्भर करती है। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि बच्चों और महिलाओं सहित यात्रियों के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाए।
सड़क हादसा न केवल शारीरिक चोट का कारण बनता है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ाता है। स्थानीय लोग और यात्री अब इस मार्ग पर यात्रा करते समय ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं। प्रशासन और विशेषज्ञों की सलाह है कि सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान और रफ्तार पर नियंत्रण इस तरह के हादसों को रोकने में मदद कर सकते हैं।
बीजापुर हादसा यह याद दिलाता है कि सड़क पर सुरक्षा के प्रति सावधानी हर किसी की जिम्मेदारी है। केवल हादसे की खबर देने से काम नहीं चलता, बल्कि सुरक्षा और बचाव के उपायों को लागू करना और यात्रियों को जागरूक करना भी उतना ही जरूरी है।