
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में IQAC बैठक, कुलपति लाकपाले ने लिए कई ऐतिहासिक निर्णय
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में आयोजित IQAC बैठक में NAAC Cycle-II, UGC 12(B), NIRF रैंकिंग और शोध गुणवत्ता सुधार के महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। विश्वविद्यालय में बिरसा मुंडा शिक्षा एवं शोध केंद्र स्थापित करने की दिशा में भी पहल हुई।
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में IQAC बैठक संपन्न, कुलपति प्रो. लाकपाले के नेतृत्व में लिए गए कई ऐतिहासिक निर्णय
अम्बिकापुर, 29 नवम्बर 2025। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा-अम्बिकापुर में आज आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) की महत्वपूर्ण बैठक कुलपति प्रो. राजेंद्र लाकपाले की अध्यक्षता में संपन्न हुई। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विकास, शोध गुणवत्ता और संस्थागत मजबूती को बढ़ाने के लिए कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए।
बैठक में कुलपति ने NAAC Cycle-II ग्रेडिंग एवं UGC 12(B) मान्यता के लिए आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि सभी प्रपत्रों और सूचनाओं को निर्धारित मानकों के अनुसार तैयार कर जल्द से जल्द संबंधित संस्थाओं को भेजा जाए, ताकि विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन में बेहतर स्थान प्राप्त हो।
जनजातीय गौरव वर्ष के अवसर पर कुलपति ने विश्वविद्यालय परिसर में भगवान बिरसा मुंडा शिक्षा एवं शोध केंद्र स्थापित करने हेतु परियोजना प्रस्ताव तैयार करने निर्देशित किया। यह केंद्र जनजातीय समुदायों के इतिहास, संस्कृति, शिक्षा और विकास पर उत्कृष्ट शोध कार्य का प्रमुख स्रोत बनेगा।
बैठक में विश्वविद्यालय की NIRF Ranking में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु एक समिति का गठन किया गया। समिति को समस्त अकादमिक एवं शोध डेटा पोर्टल पर निर्धारित समयसीमा के भीतर अपलोड करने के निर्देश दिए गए।
सरगुजा जैसे वनांचल क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को ध्यान में रखते हुए कुलपति ने निःशुल्क शिक्षा एवं कोचिंग सेंटर प्रारंभ करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों से इस केंद्र में स्वैच्छिक निःशुल्क कोचिंग देने की अपील की, ताकि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का बेहतर अवसर मिल सके।
शोध कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु सभी शोध प्रबंधों के लिए एक समेकित शोध प्रारूप तैयार करने का निर्णय लिया गया। भविष्य में सभी शोधार्थियों को इसी एकीकृत प्रारूप में थीसिस जमा करनी होगी।
विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में आयोजित 20वें छत्तीसगढ़ युवा वैज्ञानिक सम्मेलन की सफलता पर कुलपति ने सभी शिक्षकों और अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र एवं बैग प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे शैक्षणिक आयोजन आगे भी निरंतर जारी रहेंगे।










