
नर्मदा पंचकोशी यात्रा में उमड़े श्रद्धालु, प्रदूषित जल मिलना रोकने के लिए हुआ मंथन
जबलपुर।साकेत धाम अधिष्ठाता स्वामी गिरीशानंद सरस्वती के सानिध्य में सोमवार को नर्मदा पंचकोशी यात्रा का आयोजन किया गया। इसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण मौजूद रहे। यात्रा ग्वारीघाट में मां नर्मदा पूजन के साथ प्रारंभ हुई। यात्रा के दौरान नर्मदा में प्रदूषण रोकने व सघन पौधरोपण करने पर भी विचार-विमर्श किया गया। बड़ी संख्या में संतजन व श्रद्धालु शामिल थे।सुबह 6.50 बजे 51 वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा मां नर्मदा का दुग्ध अभिषेक किया गया। तत्पश्चात मां नर्मदा का आशीर्वाद लेकर सुबह 9.30 बजे यात्रा नारायणपुर, तिलवारा घाट होती हुई रुद्राक्ष आयुर्वेद में भोजन विश्राम के बाद पुनः प्रारंभ हुई। समापन ग्वारीघाट में किया गया। इस दौरान नर्मदा में मिलने वाले गंदे नाले-नालियों व फैक्ट्रियों का रासायनिक पानी मिलने से रोकने पर विमर्श हुआ।करना होगा सघन पौधरोपण-स्वामी गिरिशानन्द ने कहा कि मां नर्मदा की पंचकोशी परिक्रमा करने से मां नर्मदा के प्रति जहां एक तरफ आस्था बढ़ी है, वही अधिक सेवा करने की ऊर्जा भी मिली है। अनादि अविरल बहने वाली नर्मदा को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए उचित परामर्श भी किया गया। स्वामी गिरीशानन्द ने कहा कि नर्मदा तट के तीन किमी दायरे में प्रदूषित जल मिलना रोकना और तटों पर सघन पौधरोपण हमारा उद्देश्य होना चाहिए।जगह-जगह स्वागत-परिक्रमा यात्रा का मार्ग में जगह-जगह स्वागत किया गया। तिलवाराघाट में अशोक रंगा की ओर से परिक्रमा यात्रियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई। ललपुर में कैलाश गुप्ता की ओर से स्वागत किया गया।