
Surjpur News: जिला अधिकारी जिले में सुशासन के लिए कार्य करें… पी. दयानन्द
जिला अधिकारी जिले में सुशासन के लिए कार्य करें… पी. दयानन्द
सूरजपुर/08 दिसम्बर 2021/ जिले के प्रभारी सचिव एवं समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिला अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में उन्होंने बताया कि आज वे जिले में कुछ धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया यहां कि व्यवस्थाए चुस्त-दुरूस्त हैं। किसान भाईयो के दृष्टिकोण से जिले में जितने भी अधिकारी नोडल बनें होंगे अन्य विभागों से समन्वय होगा, किसानों को धान खरीदी केन्द्रों किसी प्रकार की असुविधा न हो। शासन के नियमानुसार धान खरीदी की प्रक्रिया चलती रहनी चाहिए। इसके साथ ही बढ़ते हुए ठण्ड एवं कोविड-19 का प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, कोविड के पहले और दूसरे वेव को हमने देख चुका है। तीसरी वेव देखना न पड़े इसके लिए हमें पहले से ही तैयार रहेने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, के साथ-साथ सभी विभाग को सावधान रहने जरूरत है। गांव-गांव में मनरेगा के काम खुले हैं, रोजगार के अवसर है, सबको रोजगार मिलता रहे, सबका पेंशन मिलता रहे, महिला बाल विकास की तरफ से जो बच्चे चिन्हाकिंत है उनको हमें सुपोषित छ.ग. की तरफ लेकर जाना है। जैसा कि आप सबको विदित है कि माननीय मुख्यमंत्री का संकल्प है कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़, उसको पूरा करने की आवश्यकता है। इस बीच दो कोविड होने के बाद अब जो गम्भीर या मध्यम कुपोषित बच्चे हैं, उनको हमको ध्यान देने की आवश्यकता है कि कैसे उनको जल्द सुपोषित करें।
शिक्षा के क्षेत्र में जो आत्मानंद विद्यालय चल रहे हैं उनके साथ-साथ सभी विद्यालयों में कोविड प्रोटोकाल का पालन अवश्य करायें। कोविड के दौरान जो बच्चों का ऑनलाइन शिक्षा ले रहे थे, उनको जो क्लास में अच्छे से सीख और समझ सकते थे उस कमी को भी पूरा करना है। बच्चों की मानसिकता को समझते हुए बच्चें उनके मुख्यधारा में आ जाए ऐसा काम करना है। इसके अलावा जिले में जो भी निर्माण कार्य है चाहे वो पीडब्ल्यूडी विभाग के हो, आरईएस विभाग के हो, सभी कार्यों की आधारभूत संरचना हो या मरम्मत कार्य हैं उनको वित्तिय वर्ष के समाप्ति तक बजट के हिसाब से गुणवक्तापूर्ण कार्य करे लें यही आप सबसे अपेक्षा है।
जिले में जनता की सीधी पहुंच हो रही है, अधिकारी जनता के पास जा रहे हैं, जनता प्रशासन के पास सीधे आ रही है। इसके माध्यम से सभी चीजे पारदर्शी हुइ है, और कार्यवाही भी त्वरित हो रही है। यही तो जिम्मेदार प्रशासनिक कार्य जो यहां हो रहा है। आप लोगो को महसूस भी हो रहा होगा। जब पब्लिक सर्वेन्ट पब्लिक के लिए जिम्मेदार एवं तत्पर हो जाता है। तो आधी से ज्यादा समस्याएं अपने आप खत्म हो जाती है। शासन प्रशासन एक टीम वर्क है, आपका लीडर इतना उर्जावान है। जिसमें आपको उसी लेबल में जाकर उसी उर्जा के साथ काम करने की आवश्यकता है। सभी अधिकारियों से अपेक्षा है कि जिले में सुशासन बनाये रखने के लिए काम करें। आप एक -दूसरे जितना बेहतर समन्वय बनाकर काम करेंगे ,ऐसे में आपका जो भी विजन होगा, वो आपको बिल्कुल मिल जाएगा। जब हमारे सामने जटिलताए आती है तभी हमें अपनी क्षमताओं का पता चलता है कि हमें इसे कैसे डील करना है। इसी समय आपको अपनी क्षमताओं को साबित करने मौका मिलता है। इसके लिए साकारात्मक सोच के साथ जिले मंे अच्छा कार्य करते रहे है।
कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने सुपोषित छत्तीसगढ़ के बारे में बताते हुए कहा कि हमने जिले में चिरंजीवि सूरजपुर सुपोषण कार्यक्रम चला रहे हैं जिसमें हमने 89 हजार बच्चों का हिमोग्लोबिन टेस्ट किया था। 227 बच्चे ऐसे निकले थे जिनका लेबल 10 कम था पिछले दो माह से बच्चों एवं माताओं को एक साथ रखकर उनको सुपोषित के लिए काम किया गया जिससे 183 बच्चों हिमोग्लोबिन 10 ऊपर पाया गया। इसके साथ ही सर ने जो मार्गदर्शन दिया उसी अनुरूप हम सबको उनके अपेक्षाओं पर खरा उतरने प्रयास करना है।
इस दौरान एसईसीएल जी.एम. अमीत सक्सेना, अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक पी. एस. महिलाने, संयुक्त कलेक्टर शिव बनर्जी, डिप्टी कलेक्टर वहीदूर्रहमान, बजरंग वर्मा, एसडीएम रवि सिंह सहित जिले के समस्त अधिकारी उपस्थित रहे।
 
				 
							
													 
					
 
							
													 
							
													 
							
													
 
		 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													









